नीतीश का बीजेपी को संदेश: विधानसभा में कहा ‘बिहार में एनआरसी लागू करने का प्रश्न ही नहीं’

नीतीश का बीजेपी को संदेश: विधानसभा में कहा ‘बिहार में एनआरसी लागू करने का प्रश्न ही नहीं’

पटना ब्यूरो। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी को संदेश दे दिया है कि वह एनआरसी के मुद्दे पर जनता दल यूनाइटेड से समर्थन की उम्मीदें न रखे। विधानसभा में नागरिकता कानून पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में एनआरसी लागू करने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता।

नीतीश कुमार ने कहा कि नागरिकता कानून (सीएए) पर विधानसभा में अलग से चर्चा होगी लेकिन एनआरसी की जो बात है वह सिर्फ असम के लिए था। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के समय असम में आल असम स्टूडेंट यूनियन (आसू) से समझौता हुआ था। इसमें असम में एनआरसी लागू किये जाने की बात थी।

नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे देश में एनआरसी लागू करने का कोई औचित्य नहीं है और बिहार में तो लागू करने का प्रश्न नहीं उठता। उन्होंने कहा कि एनआरसी को लेकर प्रधानमंत्री जी खुद यह कह चुके हैं कि यह केवल असम में लागू किया जाएगा।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पहले जनता दल यूनाइटेड के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर बिहार में सीएए और एनआरसी लागू करने की संभावनाओं को ख़ारिज कर चुके हैं।

अभी रविवार को ही में ट्विटर पट प्रशांत किशोर ने कांग्रेस द्वारा नागरिकता कानून और एनआरसी के बहिष्कार के फैसले का स्वागत किया। प्रशांत किशोर ने इसके लिए राहुल और प्रियंका गांधी का भी विशेष धन्यवाद दिया, साथ ही आश्वासन दिया कि बिहार में सीएए और एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा।

गोरतलब है कि बिहार में जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी की साझा सरकार है। गृहमंत्री अमित शाह लगातार यह कहते आ रहे हैं कि देशभर में एनआरसी लागू किया जाएगा। देशभर में एनआरसी लागू करने की बात अमित शाह ने सिर्फ पार्टी के सार्वजनिक कार्यक्रमों या चुनावी सभाओं में ही नहीं बल्कि संसद में भी कही थी।

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TeamDigital