भूमि पूजन से पहले राम मंदिर ट्रस्ट पर विवाद, पीएमओ को भेजा लीगल नोटिस
नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को होने वाले भूमि पूजन से पहले राम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट को लेकर नया विवाद पैदा हो गया है।
निर्वाणी अखाड़े का कहना है कि राम जन्म भूमि मामले की कानूनी लड़ाई में उसकी अहम भूमिका है लेकिन राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के गठन में निर्वाणी अखाड़े को नज़रअंदाज किया गया है।
निर्वाणी अखाड़े की तरफ से प्रधानमंत्री कार्यालय(पीएमओ) लीगल नोटिस भी भेजा गया है। इस नोटिस में निर्वाणी अखाड़े के प्रमुख महंत धर्मदास ने राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट में निर्वाणी अखाड़े को शामिल करने की मांग की है।
नोटिस में महंत धर्मदास ने कहा कि 2 महीने के भीतर उन्हें नए राम मंदिर में पुजारी की भूमिका में लिए जाने का फैसला लिया जाए। अगर उनकी मांग पर विचार नहीं किया जाता है तो वह आगे कानूनी कार्रवाई करेंगे।
गौरतलब है कि अयोध्या में विवादित भूमि के मालिकाना हक़ को लेकर सुप्रीमकोर्ट में हुई सुनवाई में निर्वाणी अखाड़ा भी पैरोंकारों में शामिल था। कोर्ट ने अपने फैसले में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने का आदेश जारी किया था।