किसान आंदोलन में NIA की एंट्री, किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा को एनआईए का समन
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 52 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन में अब एनआईए की एंट्री हो गई है। एनआईए ने किसान नेता और लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष बलदेव सिंह सिरसा को पूछताछ के लिए बुलाया है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एनआईए ने किसान आंदोलन के लिए फंडिंग को लेकर पूछताछ के लिए बलदेव सिंह सिरसा को समन भेजा है। रिपोर्ट के मुताबिक एनआईए को शक है कि लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर संगठन को कुछ प्रतिबंधित संगठनों से वित्तीय मदद मिली है।
गौरतलब है कि सरकार के साथ बातचीत कर रहे किसान संगठनों में बलदेव सिंह सिरसा का लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर संगठन भी शामिल है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एनआईए बलदेव सिंह सिरसा से रविवार या सोमवार को पूछताछ कर सकता है।
हालांकि बलदेव सिंह सिरसा को एनआईए से समन मिलने से पहले ही कुछ किसान नेताओं ने आरोप लगाया था कि उन्हें एनआईए का नाम लेकर धमकियां दी जा रही हैं। किसान नेताओं का कहना है कि एनआईए को जहाँ भी शंका है वह अपनी जांच करे और दोषी पाए जाने पर कार्रवाही करे लेकिन बिना जांच किसी को परेशान न करे।
किसान नेताओं ने शंका जताई थी कि शाहीन बाग़ आंदोलन की तरह किसान आंदोलन को भी बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। सरकार किसी तरह का दबाव बनाकर किसान आंदोलन खत्म कराने का प्रयास कर रही है।
गौरतलब है कि सरकार और किसानो के बीच अब तक 9 बार बातचीत हो चुकी है और अब तक की बातचीत बेनतीजा रही है। 10वे दौर की बातचीत के लिए सरकार ने एक बार फिर 19 जनवरी को किसानो को बुलाया है।
शुक्रवार को 9वे दौर की बातचीत भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि किसान सुप्रीमकोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी से बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा था कि मामला बातचीत से ही हल होगा इसलिए सरकार से बातचीत जारी रहेगी।