निजामुद्दीन मर्कज़ को लेकर बड़ी गलती आयी सामने, दिल्ली पुलिस को दी गई थी जानकारी

निजामुद्दीन मर्कज़ को लेकर बड़ी गलती आयी सामने, दिल्ली पुलिस को दी गई थी जानकारी

नई दिल्ली। निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के जिस मर्कज़ को लेकर तरह तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं, अब उसी मामले में दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार की एक बड़ी गलती सामने आई है।

मर्कज़ में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आये लोगों को वापस भेजने के लिए मर्कज़ इंतजामियां की तरफ से दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर कुछ गाड़ियों के लिए पास मांगा गया था, जिससे लॉकडाउन और पाबंदियों के दौरान यहाँ से लोगों को वापस भेजा जा सके।

मर्कज़ इंतजामियां का दावा है कि जिसदिन लॉक डाउन का निर्देश हुआ तब जो लोग मर्कज़ में रह गए थे, उन्हें निकालने के लिए वाहनों का इंतजाम किया गया था। इन वाहनों की लिस्ट दिल्ली पुलिस को दी गई थी, ताकि वाहन पास मिल पाएं लेकिन पास उपलब्ध नहीं कराये गए।

मर्कज़ इंतजामियां के पत्र से यह भी खुलासा हो गया है कि मर्कज़ में लोगों की मौजूदगी की जानकारी दिल्ली पुलिस को समय से दी गई थी और 23 मार्च को जब 21 दिनों का लॉकडाउन शुरू हुआ तो दिल्ली पुलिस को पूरे मामले की जानकारी थी।

तबलीगी जमात के मरकज की ओर से दिल्ली पुलिस को लिखी चिट्ठी में बताया गया है कि 23 मार्च को 1500 लोगों को मरकज से रवाना किया गया था।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक, इस मरकज में 1500 से 1700 के करीब लोग मौजूद थे। इनमें से अबतक 24 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि करीब 300 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

वहीँ अब उत्तर प्रदेश सहित देश के कुछ राज्यों में उन लोगों की पहचान की जा रही है जिन्होंने निजामुद्दीन मर्कज़ में आयोजित धर्मिक कार्यक्रम में शिरकत की थी। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पुलिस ऐसे लोगों की तलाश कर रही है, जिससे उनका कोरोना टेस्ट कराया जा सके।

इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के बिजनौर में नगीना की जामुन वाली मस्जिद के 5 लोगो के खिलाफ धारा 188, 268, 270 व महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की टीम को कहा गया है कि वह मस्जिद को सेनेटाइज करे।

वहीँ अब भारत सरकार मलेशिया और थाईलैंड सहित 16 देशों से आए लगभग 300 विदेशियों को ब्लैकलिस्ट कर सकती है। गृह मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक ये सभी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में पिछले दिनों आयोजित एक इस्लामिक समारोह में भाग लिया था, जो देश में कोरोनोवायरस के प्रसार का प्रमुख कारण बन गया है। पुलिस की अनुमति के बिना लॉकडाउन के बीच इस सभा का आयोजन किया गया था।

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TeamDigital