नागरिकता कानून पर जेडीयू में घमासान, पवन वर्मा ने फिर कहा ‘स्पष्ट हो पार्टी की राय’
नई दिल्ली। नागरिकता कानून, एनपीआर और एनआरसी के मुद्दे पर जनता दल यूनाइटेड में एक बार फिर घमासान छिड़ने के आसार बन रहे हैं।
पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और महासचिव पवन वर्मा द्वारा नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर उठाये गए सवालो के बाद नीतीश कुमार द्वारा गुरूवार को पलटवार किये जाने के बाद मामला और गंभीर हो गया है।
जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और महासचिव पवन वर्मा द्वारा उठाये गए सवालो के जबाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को कहा कि ‘यदि किसी के पास किसी भी तरह की समस्या है तो व्यक्ति पार्टी या पार्टी की बैठकों में उसकी चर्चा कर सकता है, विमर्श कर सकता है लेकिन इस तरह के सार्वजनिक बयान आश्चर्यजनक हैं।’
इतना ही नहीं नीतीश कुमार ने कड़ा रुख दिखाते हुए कहा कि ‘जो लोग सार्वजनिक रूप से बयान दे रहे हैं, वह जा सकते हैं और अपनी पसंद की किसी भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। कुछ लोगों के बयान पर मत जाइये, हमारा रुख साफ है।’
नीतीश कुमार के बयान पर पार्टी के महासचिव पवन वर्मा ने एक बार फिर कहा कि उन्हें ख़ुशी है कि पार्टी में इसकी चर्चा के लिए जगह है। पवन वर्मा ने कहा कि वे नीतीश का स्वागत करते हैं कि मैं चाहता हूं कि पार्टी अपनी विचारधारा को स्पष्ट करे। अपने पत्र के जवाब का इंतजार कर रहा हूं। इसके बाद आगे की कार्रवाई का फैसला लूंगा।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन विधेयक पर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने मोदी सरकार का समर्थन किया है। इसके बाद पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और महासचिव पवन वर्मा ने इसे लेकर सवाल खड़े किये थे।