नवाब मलिक की गिरफ्तारी को एनसीपी ने बताया साजिश, शिवसेना और कांग्रेस के भी कड़े तेवर
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा की गई गिरफ्तारी पर एनसीपी ने कड़ा विरोध जताया है। वहीँ महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में शामिल शिवसेना और कांग्रेस ने भी कड़े तेवर दिखाए हैं।
दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पार्टी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की गिरफ़्तारी के बाद शरद पवार ने आज अपने आवास पर बैठक बुलाई थी।
नवाब मलिक से ईडी की पूछताछ को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता क्लाइड क्रेस्टो ने ट्वीट कर कहा कि नवाब मलिक की गिरफ्तारी सत्ता के दुरुपयोग और “उनकी आवाज को चुप कराने” के लिए एक दबाव रणनीति का एक और उदाहरण है क्योंकि उन्होंने हाल के दिनों में कुछ लोगों के गलत कामों को उजागर किया था।
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि आज सुबह नवाब मलिक के यहां ईडी के लोग आए थे। बहुत दिनों से बीजेपी के कार्यकर्ता, प्रवक्ता ट्वीट कर रहे थे कि नवाब मलिक और महाविकास अघाड़ी के ख़िलाफ़ ईडी का नोटिस आएगा। आज वह हो गया है।
उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी के ख़िलाफ़ जो षड्यंत्र भाजपा कर रही थी उसे आज पूरा महाराष्ट्र देख रहा है। कोई नोटिस नहीं आया। महाराष्ट्र के एक मंत्री को सीधा ईडी अपने दफ़्तर लेकर गई है। इन्होंने कौन सी नई राजनीति शुरू की है ऐसा मैंने पहली बार होते देखा है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को जिस तरह से ईडी के लोग उनके घर में जाकर लेकर गए हैं, यह महाराष्ट्र सरकार के लिए चुनौती है। पुराने मामलों को निकालकर सबकी जांच हो रही है। आप जांच कर सकते हैं। 2024 के बाद आप की भी जांच होगी।”
उन्होंने दावा किया, “आने वाले दिनों में मैं सभी खुलासे करने जा रहा हूं। इसके लिए मुझे कितनी भी बड़ी कीमत क्यों ना चुकानी पड़े। मैं एक-एक अफ़सर को एक्सपोज करूंगा।”
नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है और महा विकास अघाड़ी सरकार में शामिल कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना बीजेपी के खिलाफ एकजुट नज़र आ रहे हैं।