अब ईवीएम के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे पवार, ईवीएम के साथ बैलेट पेपर का ऑप्शन भी रहे मौजूद
मुंबई ब्यूरो। महाराष्ट्र में बीजेपी को सत्ता से बाहर धकेलने के बाद अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ईवीएम को लेकर बड़ा अभियान शुरू कर सकती है। ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने के विकल्प को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
सूत्रों की माने तो किसान आंदोलन के कारण फ़िलहाल एनसीपी सुप्रीमो ने ईवीएम को लेकर अपना अभियान स्थगित रखा है लेकिन जल्द ही पवार की अगुवाई में ईवीएम के खिलाफ विपक्षी दलों की एक बैठक बुलाये जाने की संभावना है।
सूत्रों के मुताबिक विपक्ष चाहता है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ही ईवीएम का मामला हल किया जाये और वोटिंग के लिए ईवीएम के साथ बैलेट पेपर का ऑप्शन भी मौजूद रहे।
बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने कहा कि यदि ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाए तो जो लोग ईवीएम के कारण चुनाव जीते हैं वे चुनाव हार जाएंगे।
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि पार्टी एवं पार्टी के लोग सच्चे अर्थों में यह जानते हैं कि प्रदेश में 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अगर 100 फीसदी बैलेट पेपर का इस्तेमाल होता है तो जिन लोगों ने ईवीएम के इस्तेमाल से चुनाव जीते हैं, वे हार जायेंगे।
वहीँ महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष नाना पटोले ने राज्य विधानसभा से एक ऐसा कानून बनाने के लिये कहा है, जिसके तहत मतदाताओं को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिये ईवीएम एवं बैलेट पेपर, दोनों का विकल्प उपलब्ध हो।
गौरतलब है कि ईवीएम को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठाता रहा है। चुनाव आयोग की सफाई के बावजूद ईवीएम से छेड़छाड़ पर की संभावना को लेकर विपक्ष की शंका आज भी बरकरार है।
ईवीएम की जगह बैलेट पेपर के इस्तेमाल की मांग को लेकर कई बार सुप्रीमकोर्ट में भी याचिकाएं दायर की गई हैं लेकिन चुनाव आयोग अपने हर जबाव में यह दावा करता रहा है कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित हैं, इनसे किसी तरह की छेड़छाड़ संभव नहीं हैं।