राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का वसीम रिज़वी को नोटिस, बिना शर्त माफ़ी मांगें
नई दिल्ली। मुसलमानो के पवित्र कुरआन की कुछ आयतो को लेकर सुप्रीमकोर्ट पहुंचे शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने धार्मिक भावनाएं आहत करने का नोटिस भेजा है।
आयोग ने अपने नोटिस में वसीम रिज़वी से कहा है कि वे बिना शर्त माफ़ी मांगें और कुरआन की आयतो को लेकर दिए गए अपने बयान को वापस लें नहीं तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाही की जायेगी।
आयोग ने अपने नोटिस में वसीम रिज़वी के बयान को लेकर कहा कि उनका बयान सोची-समझी साजिश के तहत दिया गया है और देश में आपसी सौहार्द बिगाड़ने वाला बयान है। आयोग ने वसीम रिज़वी से 21 दिनों के अंदर जबाव तलब किया है।
अल्पसंख्यक आयोग ने वसीम रिज़वी को यह नोटिस अब्दुल मजीद निजामी, अली रजा जैदी मोहम्मद फैजान चौधरी और मौलाना सैयद नजर अब्बास की शिकायत के बाद भेजा है।
गौरतलब है कि शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी ने कुरान की 26 आयतो को लेकर सुप्रीमकोर्ट में याचिका दायर की है। इतना ही नहीं रिज़वी ने अपनी याचिका के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए अति संवेदनशील बयान दिया था।
वसीम रिज़वी के बयान के खिलाफ देशभर में मुसलमान प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीँ वसीम रिज़वी के बयान की शिया और सुन्नी दोनों समुदाय के धार्मिक नेताओं ने कड़ी निंन्दा की है। शिया समुदाय ने वसीम रिज़वी के खिलाफ ईरान से फतवा मंगवाया है।