कांग्रेस का दावा: पालघर घटना के अधिकांश आरोपी बीजेपी के सदस्य
मुंबई। महाराष्ट्र के पालघर में भीड़ द्वारा पीट पीट कर तीन लोगों की हत्या के मामले में कांग्रेस ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने दावा किया है कि पालघर की घटना में गिरफ्तार किये गए अधिकांश आरोपी बीजेपी के सदस्य हैं।
महाराष्ट्र राज्य कांग्रेस के महासचिव सचिन सावंत ने भाजपा पर “सांप्रदायिक राजनीति” करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना से एक राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए चोरों या बाल-चोरों के संदेह में दो लोगों सहित तीन लोगों को एक भीड़ द्वारा मार डाला गया। हालांकि बीजेपी ने आरोपों को निराधार बताते हुए पालघर की घटना में पुलिस की भूमिका की जांच करने की अपनी मांग दोहराई है।
कांग्रेस महासचिव सचिन सावंत ने ट्वीट कर कहा कि “दिव्याशी गडचिंचल को पिछले दस सालों से बीजेपी के गढ़ के रूप में जाना जाता है, पिछले दस वर्षो में इस गाँव में प्रधान भी बीजेपी के ही रहे हैं और वर्तमान ग्राम प्रधान भी बीजेपी से ही हैं। लिंचिंग की घटना में गिरफ्तार किए गए ज्यादातर लोग बीजेपी से जुड़े हैं।”
सचिन सावंत ने इलाके में सांप्रदायिक प्रकृति की कुछ अफवाहों का भी उल्लेख किया, जिसमें कहा गया है कि सांप्रदायिक प्रवर्तियों के संचलन और लिंचिंग की घटना के संबंध में गहन जांच आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि “ऐसी अफवाहों के पीछे कौन है जो लोगों को हिंसक बना रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए। भाजपा को इस मुद्दे पर सांप्रदायिकता की गंदी राजनीति से शर्मिंदा होना चाहिए।”
एक अन्य ट्वीट में सचिन सावंत ने कहा कि “जो पार्टी पिछले पांच सालों में इस तरह की घटनाओं को रोकने में विफल रही, वह अब इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है।”
क्या है मामला:
17 अप्रैल को जूना अखाड़े के दो साधु अपने ड्राइवर के साथ मुंबई से गुजरात के सूरत में अपने साथी के अंतिम संस्कार के लिए जा रहे थे। जब इनकी गाड़ी महाराष्ट्र-गुजरात बॉर्डर पर पहुंची तो पुलिस ने उन्हें रोक कर वापस भेज दिया। इसके बाद तीनों ने अंदरूनी जंगल वाले रास्ते से होकर आगे बढ़ना तय किया।
इस बीच पालघर जिले के कई गांवों में अफवाह फैल गई कि लॉकडाउन का फायदा उठाकर अपराधी तत्व बैखौफ होकर चोरी डकैती को अंजाम दे रहे हैं। लोगों का अपहरण कर उनकी किडनी निकाल रहे हैं। इस अफवाह के चलते गांव वालों ने बिना कुछ सोचे समझे इनकी गाड़ी देख इन पर हमला कर दिया और इन्हें डकैत समझ कर पीट-पीट कर मार डाला।