बीजेपी में शुरुआत होने की देर, कम से कम 100 सांसद टूटकर आएंगे: नरेश टिकैत
मुज़फ्फरनगर। कृषि कानूनों के खिलाफ जहां दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 85 दिनों से हज़ारो की तादाद में किसान डेरा डाले हुए हैं वहीँ आज भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के एक बयान से सियासी गलियारों में भूचाल आ गया है।
नरेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन से भारतीय जनता पार्टी में खलबली मची हुई है। सबको दिख रहा है कि आने वाले समय में क्या होगा। नरेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए बीजेपी सांसदों के इस्तीफे का ज़िक्र छेड़कर सियासी भूचाल को जन्म दे दिया।
उन्होंने कहा, “भाजपा में खूब खलबली मची हुई है।अगर शुरूआत हो गई तो इसमें से कम से कम 100 सांसद एक साथ टूट कर आएंगे। सब को दिख रहा है कि आने वाला समय में तुम्हारे साथ क्या होगा, आने वाला कल कितना खतरनाक होगा।”
नरेश टिकैत के बयान की सियासी मायने हो भी हों लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन के बढ़ते प्रभाव से भारतीय जनता पार्टी के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ़ दिखाई दे रही हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में पंजाब के स्थानीय निकाय चुनाव में किसान आंदोलन के चलते बीजेपी को मिली करारी मात को अनदेखा नहीं किया जा सकता।
किसान एक फसल की कुर्बानी देने को तैयार: राकेश टिकैत
वहीँ दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेश टिकैत ने आज कहा कि किसान 70 साल से घाटे की खेती कर रहा है। किसान को एक फसल की कुर्बानी देनी पड़ेगी और इसके लिए किसान तैयार है। अगर फसल ज़्यादा मजदूर लगाकर काटनी पड़ेगी तो भी काटेगा, फसल की वजह से आंदोलन कमजोर नहीं होगा।
इससे पहले कल राकेश टिकैत ने हिसार में कहा था कि किसान आंदोलन लंबा चलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को तीनो कृषि कानून वापस लेने होंगे और एमएसपी गारंटी के लिए संसद में कानून बनाना पड़ेगा। इतना ही नहीं राकेश टिकैत ने कहा कि इस बार 40 लाख ट्रेक्टरो का लक्ष्य है। इसके लिए हम पूरे देश में जायेंगे और अलग अलग राज्यों में पंचायतें आयोजित करेंगे।