अपडेट: उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना में 7 की मौत, 6 घायल और कम से कम 170 लापता
देहरादून। उत्तराखंड के आज चमोली जिले में तपोवन इलाके में अचानक ग्लेशियर टूटने से आई बाढ़ में 7 लोगों की मौत हुई है जबकि 6 लोग घायल हैं। राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र की तरफ से मिली ताज़ा जानकारी के मुताबिक करीब 170 लोग अभी भी लापता है।
नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फ़ोर्स (एनडीआरएफ) के आईजी के मुताबिक विभिन्न एंजेसियां काम कर रही हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। जो लोग सुरंग के बाहर फंसे थे उन्हें ITBP द्वारा सुरक्षित निकाला गया है। जो लोग सुरंग के अंदर फंसे हैं उन्हें बचाने का कार्य जारी है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये के मुआवजा दिए जाने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि हमने वहां का हवाई सर्वे किया, इसके बाद रेणी गांव जहां तक जाया जा सकता है, वहां तक रोड से जाकर जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सेना के लोग वहां पहुंच गए हैं। NDRF की एक टीम दिल्ली से यहां पहुंची है। मेडिकल सुविधा की दृष्टि से वहां सेना के, पैरामिलिट्री फोर्सेज के और हमारे राज्य के डॉक्टर वहां कैंप किए गए हैं।
उन्होंने राहत और बचाव कार्यो की जानकारी देते हुए कहा कि ITBP के जवान रस्सी से सुरंग के अंदर पहुंचे। अभी 1 घंटे पहले तक वो लगभग 150 मीटर अंदर तक पहुंच पाए थे। ये सुरंग लगभग 250 मीटर लंबी है।
उत्तराखंड की घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से भीषण त्रासदी हुई है। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी संवेदना है। अलकनंदा गंगा की सहायक नदी है और उत्तर प्रदेश के अंदर गंगा लगभग 1,000 किलोमीटर का रास्ता तय करती है। हमने अपने जल शक्ति विभाग को अलर्ट कर दिया है।
वहीँ इससे पहले आईटीबीपी के डीजी सुरजीत सिंह देसवाल ने बताया कि ऋषिकेश से 13-14 किलोमीटर की दूरी पर तपोवन डैम है, जहां पर पानी इकट्ठा हुआ है। तपोवन डैम के सुरंग में काम चल रहा था जिसमें 20-25 लोग फंसे हुए हैं। ITBP की टीम वहां बचाव कार्य कर फंसे हुए लोगों को बचाने का काम कर रही है।
उत्तराखंड सरकार ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किये हैं। राहत और बचाव कार्य जोरो पर है। ताज़ा जानकारी के मुताबिक सुरंग में जलस्तर बढ़ गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन को आज रातभर चलाना पड़ सकता है।