मोदी मंत्रिमंडल से कई अहम चेहरों की छुट्टी, सिंधिया सहित कई नए चेहरों को मिली जगह

मोदी मंत्रिमंडल से कई अहम चेहरों की छुट्टी, सिंधिया सहित कई नए चेहरों को मिली जगह

नई दिल्ली। केंद्र सरकार में कई अहम मंत्रियों की छुट्टी हो गई है। बुधवार को मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में 15 कैबिनेट, 28 राज्य मंत्रियों ने बुधवार को शपथ ली। सोनोवाल, राणे, सिंधिया, पशुपति पारस आदि को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है जबकि कई नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। मोदी सरकार में मंत्रियों की कुल संख्या 77 हो गई है।

वहीं हर्षवर्धन, रमेश पोखरियाल निशंक, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, डी वी सदानंद गौड़ा, संतोष गंगवार जैसे नेताओं को अपना मंत्रिपद गंवाना पड़ा है। मंत्रिमंडल विस्तार से पहले रमेश पोखरियाल निशंक, डॉ. हर्षवर्द्धन, सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष कुमार गंगवार सहित 12 मंत्रियों ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया।

इनके अलावा थावरचंद गहलोत, बाबुल सुप्रियो, संजय धोत्रे, रतनलाल कटारिया, प्रतापचंद सारंगी और देवश्री चौधरी ने भी अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इन सभी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए सभी 43 सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद थे।

प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद मोदी ने पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार किया है।

कैबिनेट मंत्री के रूप में महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री व मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद वीरेंद्र कुमार, मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य राम चंद्र प्रसाद सिंह, ओड़िशा से भाजपा के राज्यसभा सदस्य अश्विनी वैष्णव और लोक जनशक्ति पार्टी के पारस गुट के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने शपथ ली।

इनके अलावा किरेन रिजिजू, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी और मनसुख भाई मांडविया ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। इन चारों नेताओं को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) से पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है।

रिजिजू इससे पहले युवक कार्यक्रम और खेल मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे और सिंह पहले विद्युत मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे जबकि पुरी आवासन तथा शहरी विकास और नागर विमानन मंत्रालय में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे। मांडविया बंदरगाह, पोत और जलमार्ग परिवहन मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे। भाजपा महासचिव व राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य भूपेंद्र यादव ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।

जिन राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर सीधे कैबिनेट मंत्री बनाया गया उनमें पुरुषोत्तम रूपाला, जी किशन रेड्डी और अनुराग सिंह ठाकुर शामिल हैं। रूपाला इससे पहले कृषि राज्यमंत्री थे जबकि रेड्डी गृह राज्यमंत्री और ठाकुर वित्त राज्यमंत्री थे।

राज्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वालों में उत्तर प्रदेश के मोहनलालगंज से भाजपा के सांसद पंकज चौधरी, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, आगरा के सांसद एस पी सिंह बघेल, कर्नाटक से भाजपा के राज्यसभा सदस्य राजीव चंद्रशेखर, कर्नाटक के ही उडुपी चिकमंगलूर से सांसद शोभा करंदलाजे, उत्तर प्रदेश के जालौन से पांचवीं बार के सांसद भानु प्रताप सिंह वर्मा, गुजरात के सूरत की सांसद दर्शना जरदोश, नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी, झारखंड के कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी, कर्नाटक के चित्रदुर्ग के सांसद ए नारायणस्वामी, उत्तर प्रदेश के मोहनलाल गंज से सांसद कौशल किशोर, उत्तराखंड के नैनीताल-ऊधमसिंह नगर से सांसद अजय भट्ट, उत्तर प्रदेश के ही खीरी से सांसद अजय मिश्रा, उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य बी एल वर्मा, गुजरात के खेड़ा से सांसद चौहान देबू सिंह, कर्नाटक के बीदर से सांसद भगवंत खूबा, महाराष्ट्र के भिवंडी से सांसद कपिल पाटिल, पश्चिम त्रिपुरा की सांसद प्रतिमा भौमिक, पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा से सांसद सुभाष सरकार, महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य भागवत कराड, मणिपुर के सांसद राजकुमार रंजन सिंह, महाराष्ट्र के ही दिन्डोरी से सांसद भारती पवार, ओडिशा के मयूरभंज से सांसद विश्वेश्वर टुडु, पश्‍चिम बंगाल के बनगांव के सांसद शांतनु ठाकुर, गुजरात के सुरेंद्रनगर से सांसद मुंजापरा महेंद्र भाई, पश्चिम बंगाल के अलीद्वारपुर से सांसद जॉन बरला, तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष एल मुरुगन और पश्चिम बंगाल के कूचबिहार से सांसद निषिथ प्रमाणिक शामिल हैं।

जिन नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली उनमें 26 लोकसभा के सदस्य हैं जबकि आठ राज्यसभा से हैं। इनमें से मुरुगन और सोनोवाल ऐसे नेता है जो संसद के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।

मंत्रिपरिषद में हुए इस फेरबदल व विस्तार में सबसे अधिक प्रतिनिधित्व उत्तर प्रदेश को मिला है। यहां से सात सांसदों को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है। हालांकि इनमें से किसी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा नहीं दिया गया है।

जिन 36 नए चेहरों को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है उनमें उत्तर प्रदेश के बाद सबसे अधिक प्रतिनिधित्व पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और महाराष्ट्र को मिला है। इन राज्यों से चार-चार सांसदों को मंत्रिपरिषद में जगह दी गई है।

गुजरात से तीन, मध्य प्रदेश, बिहार और ओड़िशा से दो-दो नेताओं को मंत्री बनाया गया है जबकि उत्तराखंड, झारखंड, त्रिपुरा, नयी दिल्ली, असम, राजस्थान, मणिपुर ओर तमिलनाडु से एक-एक नेता को मंत्रिपरिषद में जगह मिली है।

किसे कौन सा मंत्रालय:

मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल के बाद अब विभागों का बंटवारा हो गया है। गृह मंत्री अमित शाह को सहकारिता मंत्रालय की भी ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। मनसुख मांडविया को स्वास्थ्य मंत्रालय दिया गया है जबकि पीएम मोदी विज्ञान और प्रोद्योगिकी मंत्रालय खुद संभालेंगे। मांडविया को रसायन और उर्वरक मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है।खास बात ये है कि 53 मंत्रालयों को अब 30 कैबिनेट मंत्री संभालेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय रहेगा, अमित शाह के पास गृह और सहकारिता मंत्रालय, राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री बने रहेंगे और निर्मला सीतारमण वित्त और कॉरपोरेट मामलों की मंत्री के पद पर अपना काम जारी रखेंगी।

अश्निनी वैष्णव अब देश के नए रेल मंत्री होंगे। उन्हें आईटी मंत्री का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है।धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा मंत्री बनायागया है। उन्हें कौशल विकास मंत्रालय की भी ज़िम्मेदारी दी गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया को सिविल एविएशन मंत्रालय सौंपा गया है।

सिविल एविएशन मंत्री रहे हरदीप सिंह पुरी अब पेट्रोलियम मंत्री होंगे। उनके पास अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री भी रहेगा। अनुराग ठाकुर को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और युवा एवं खेल मंत्रालय सौंपा गया है। मीनाक्षी लेखी विदेश राज्य मंत्री बनाई गईं हैं। इसके साथ उनके पास संस्कृति मंत्रालय की भी ज़िम्मेदारी होगीष खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय पशुपति पारस को दिया गया है और कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल को टेक्सटाइल्स मंत्रालय भई दिया गया है।

स्मृति ईरानी अब सिर्फ महिला एवं बाल विकास मंत्री रह गई हैं। भूपेंद्र यादव को श्रम मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। गिरिराज सिंह ग्रामिण विकास मंत्री बनाए गए हैं। देश के नए कानून मंत्री किरेन रिजिजू होंगे। आरके सिंह को ऊर्जा मंत्री बनाया गया है। सर्बानंद सोनोवाल को आयुष मंत्री बनाया गया है। उनके पास शिपिंग वाटरवेज़ मंत्रालय भी रहेगा। नारायण राणे को लघु मध्य उद्योग मंत्री बनाया गया है।

पंकज चौधरी को वित्त राज्य मंत्री बनाया गया है। अनुप्रिया पटेल को कॉमर्स और इंडस्ट्री मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया गया है। अजय भट्ट को रक्षा एवं पर्यटन विभाग में राज्यमंत्री बनाया गया है.जबकि अजय कुमार को गृह विभाग में राज्यमंत्री का प्रभार सौंपा गया है। अन्नपूर्णा देवी को शिक्षा राज्य मंत्री बनाया गया है। ए नारायणसामी को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय सौंपा गया है। कौशल किशोर को शहरी विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है।

बीएल वर्मा के पास पूर्वोत्तर राज्यों के मंत्रालय के अलावा सहकारिता मंत्रालय में राज्यमंत्री का प्रभार भी होगा। निशित प्रामाणिक को गृह राज्यमंत्री बनाया गया है। अजय कुमार मिश्रा को भी गृह राज्यमंत्री बनाया गया है। स्वतंत्र प्रभार संभालने वाले मंत्रियों की संख्या अब कम हो गई है। अब केवल दो स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री होंगे।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital