#MeToo मामले में एमजे अकबर ने महिला पत्रकार पर ठोका मानहानि का केस

#MeToo मामले में एमजे अकबर ने महिला पत्रकार पर ठोका मानहानि का केस

नई दिल्ली। दो महिला पत्रकारों को मिलकर कुल दस से अधिक महिलाओं द्वारा यौन शोषण के आरोपों से घिरे केंद्रीय मंत्री एम् के अकबर ने आरोप लगाने वाली एक महिला पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का दावा किया है।

इससे पहले रविवार को विदेश से लौटने के बाद एमजे अकबर ने खुद पर लगे यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार के आरोपों को खारिज किया था और लीगल ऐक्शन लेने की बात कही थी।

अकबर ने कहा था कि मेरे खिलाफ लगे आरोप झूठे और मनगढंत हैं। उन्होंने कहा कि वह आधिकारिक दौरे पर विदेश में होने की वजह से आरोपों पर पहले जवाब नहीं दे पाए।

उन्होंने कहा, ‘कुछ तबको में बिना किसी सबूत के आरोप लगाने की बीमारी हो गई है। अब मैं लौट आया हूं और आगे क्या कानूनी कार्रवाई की जाए, इसके लिए मेरे वकील इन निराधार आरोपों को देखेंगे।’

एमजे अकबर ने कहा, ‘आम चुनाव से कुछ महीने पहले ही यह तूफान क्यों उठा? क्या इसमें कोई एजेंडा है? आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं। ये झूठे, निराधार और क्रूर आरोप हैं, जिससे मेरी प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति हुई है।’ उन्होंने कहा, ‘झूठ के पैर नहीं होते, लेकिन वे जहर बुझे होते हैं।’

एम जे अकबर ने आज ने दिल्‍ली के पटियाला हाउस कोर्ट में मुकदमा दायर किया। बता दें कि आपराधिक मानहानि में आइपीसी की धारा 499, 500 के तहत दो साल तक की सजा का प्रावधान है।

गौरतलब है कि एम् जे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए सबसे पहले प्रिया रमानी नाम की सीनियर पत्रकार ने ट्वीट किया था कि एमजे अकबर ने होटल रूम में इंटरव्यू के दौरान आपत्तिजनक हरकतें की है। इसके बाद कई अन्य महिलाओं ने भी एम् जे अकबर द्वारा उनका यौन उत्पीड़न किये जाने का खुलासा करते हुए ट्वीट किये थे।

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TeamDigital