चुनाव के बाद सुप्रीमकोर्ट जायेंगीं ममता बनर्जी, चुनाव आयोग की निष्पक्षता को देंगी चुनौती

चुनाव के बाद सुप्रीमकोर्ट जायेंगीं ममता बनर्जी, चुनाव आयोग की निष्पक्षता को देंगी चुनौती

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सोमवार को 7वे चरण के चुनाव के लिए मतदान से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एलान किया है कि वे चुनाव के बाद सुप्रीमकोर्ट में चुनाव आयोग की निष्पक्षता को चुनौती देंगी।

एक चुनावी सभा में ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए उसकी निष्पक्षता पर सवाल उठाये और बीजेपी के इशारो पर काम करने का गंभीर आरोप भी लगाया।

ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि देश में कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद चुनाव आयोग ने बीजेपी के इशारे पर पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव कराने का फैसला लिया।

उन्होंने कहा कि जब केंद्र सरकार के पास कोरोना की दूसरी लहर आने का इनपुट था तो चुनाव आयोग से तीन चरणों में चुनाव कराये जाने के लिए क्यों नहीं कहा गया। मख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी ने सैकड़ो लोगों को बिना कोरोना जांच किये पश्चिम बंगाल में भेजा।

ममता बनर्जी ने कहा कि सभा में सुदीप जैन समेत कई चुनाव आयोग के अधिकारियों की व्हाट्स ऐप चैट पढ़कर सुनाया, जिसमे चुनाव आयोग के अधिकारी टीएमसी के लोगों को कोड वर्ड में ट्रैवल मॉंगर्स कह रहे हैं और अपने प्लान के मुताबिक टीएमसी के लोगों को डिटेंशन में लेने की बात कर रहे हैं।

ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि पहले की 7 से 10 सीटें चुनाव आयोग बीजेपी को रिंगिंग करके जिताएगा लेकिन इसके बावजूद भी पश्चिम बंगाल में बीजेपी 70 सीटों से अधिक नहीं जीत पाएगी।

ममत बनर्जी ने यह भी खुलासा किया कि कूचबिहार में किसने गोली चलवाई, इसके सबूत भी उनके पास आ गए हैं और वे इन सबूतों को सुप्रीमकोर्ट के समक्ष रखेंगी। उन्होंने कहा कि अब खामोश बैठने का समय नहीं है, मैं चुनाव के बाद सुप्रीमकोर्ट के समक्ष पूरा मामला रखुंगी और देश को बताउंगी कि पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग ने किस तरह बीजेपी के इशारो पर काम किया है।

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TeamDigital