ममता का आह्वान: 2024 में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर मजबूत लड़ाई लड़े विपक्ष

ममता का आह्वान: 2024 में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर मजबूत लड़ाई लड़े विपक्ष

कोलकाता। पश्चिम बंगाल का रण फतह करने के बाद अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की निगाहें 2024 के लोकसभा चुनाव पर टिकी हैं। ममता बनर्जी ने जिस तरह अकेले ही बंगाल का रण फतह किया वे चाहती हैं कि उसी तरह आक्रामक होकर विपक्ष 2024 में बीजेपी की घेराबंदी करे और मजबूत लड़ाई लड़े।

सोमवार को तृणमूल कांग्रेस की बैठक में ममता बनर्जी ने अपने इरादे ज़ाहिर करते हुए कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ साथ मिलकर लड़ाई लड़ी जा सकती है।

ममता बनर्जी ने बड़ा दिल दिखाते हुए कहा कि वे नहीं चाहती कि कम्युनिस्ट शून्य पर पहुंच जाएं। ममता बनर्जी का इशारा 2024 के चुनाव के लिए विपक्ष के गठबंधन में वामदलों को भी शमिल किये जाने की तरफ था।

ममता बनर्जी ने कहा कि हले कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़नी है और इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के खिलाफ मजबूत चुनौती तैयार करने को लेकर कोई फैसला किया जाएगा।

2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘मैं सड़क पर लड़ाई लड़ने वाली योद्धा हूं। मैं लोगों का हौसला बुलंद कर सकती हूं कि ताकि हम भाजपा के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ें। अगर हम सामूहिक रूप से फैसला कर सकते हैं तो 2024 की लड़ाई हम मिलकर लड़ सकते हैं। परंतु पहले हमें कोविड संकट से लड़ना है और फिर इस बारे में निर्णय करना है। अभी इसका समय नहीं है।’’

ममता बनर्जी ने दावा किया कि वाम दल अपना वो वोटबैंक वापस हासिल नहीं कर पाए जो उन्होंने भाजपा के हाथों खो दिया है और इस वजह से वामपंथी दलों की स्थिति में और गिरावट आ गई।

उन्होंने कहा, ‘‘वाम दलों के साथ राजनीति मतभेद हैं, लेकिन मैं उन्हें शून्य पर पहुंचता नहीं देखना चाहती। बेहतर होता कि वे भाजपा से अपना वोट वापस हासिल कर लेते। उन्होंने भाजपा को इस कदर फायदा पहुंचाया कि आज वे शून्य हो गए। उन्हें इस बारे में सोचने की जरूरत है। दीपांकर भट्टाचार्य (भाकपा माले) इस रास्ते पर नही चले।’’

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल के चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद पीएम मोदी की तरफ से बधाई देने का कोई फोन या संदेश नहीं आया है। उन्होंने कहा ‘‘मैंने पहली बार ऐसा देखा है कि प्रधानमंत्री ने फोन नहीं किया। ठीक है, हो सकता है कि वह व्यस्त हों। मैंने इसे भावनात्मक रूप से नहीं लिया है।’’

ममता बनर्जी ने सार्वजनिक तौर पर पत्रकारों के सामने वह एसएमएस भी पढ़ा, जिसमे नंदीग्राम के रिटर्निंग ऑफिसर कह रहे हैं कि यदि उन्होंने नंदीग्राम सीट पर रीकाउंटिंग के आदेश दिए तो उन्हें अपनी जान का खतरा है। ममता बनर्जी ने कहा कि वह नंदीग्राम के चुनाव नतीजे के खिलाफ अदालत का रुख करेंगी।

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TeamDigital