ममता बनर्जी ने अल्पसंख्यको से की वोट न बंटने देने की अपील
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार का काम अब अंतिम दौर में है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के अल्पसंख्यक समुदायों के मतदाताओं से अपील की है कि वे अपना वोट बंटने से रोकें।
उत्तर 24 परगना में शनिवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि सभी अल्पसंख्यक भाइयों और बहनों से अनुरोध है कि वे अपने मत का विभाजन न होन दें।
इससे पहले ममता बनर्जी ने असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम और अब्बास सिद्दीकी की आईएसएफ की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोलते हुए ममता बनर्ज़ी ने हिंदुओं से भाजपा की ‘साम्प्रदायिक झड़पों के लिए उकसाने’ की कोशिशों के खिलाफ खड़ा होने का भी अनुरोध किया और उनसे उनके इलाकों में परेशानी पैदा करने के लिए भेजे गए बाहरी लोगों को खदेड़ने का भी आह्वान किया।
ममता ने अपनी हिंदू पहचान पर जोर देते हुए कहा, ‘मैं एक हिंदू हूं जो हर दिन घर से निकलने से पहले चंडी मंत्र का जाप करती है। लेकिन मैं हर धर्म को सम्मान देने की अपनी परंपरा में विश्वास रखती हूं।’
माइंड गेम खेल रही बीजेपी: तृणमूल कांग्रेस
तृणमूल के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने शनिवार को कहा कि शुक्रवार की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल चुनाव पर समीक्षा बैठक की। उन्हें अपनी हार का एहसास है, इसलिए माइंडगेम खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम नंदीग्राम जीत चुके हैं। ममता बनर्जी किसी और विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ रही हैं। यह सिर्फ भाजपा का माइंडगेम है।
ईवीएम बदले जाने का डर:
अभी हाल ही में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ममता बनर्जी के किसी और विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की अफवाह फैला रही है।
उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा ने कल फिर यह झूठ बोला। सिन्हा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस भाजपा के इस माइंडगेम का जवाब देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पार्टी यह भी सुनिश्चित करेगी कि रास्ते में कहीं इवीएम की बदली न की जा सके।