कृषि बिलो को महाराष्ट्र में लागू नहीं होने देगा महाविकास अघाड़ी

कृषि बिलो को महाराष्ट्र में लागू नहीं होने देगा महाविकास अघाड़ी

मुंबई। जिन तीन कृषि बिलो को लेकर देश के किसान संगठन लगातार विरोध जता रहे हैं, उन कृषि बिलो को लेकर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बाला साहेब थोराट ने बड़ा बयान दिया है।

थोराट ने कहा कि “संसद द्वारा पारित बिल किसान विरोधी है। इसलिए हम इसका विरोध कर रहे हैं। महाविकास अघाड़ी भी इसका विरोध करेगी और महाराष्ट्र में इसे लागू नहीं होने देगी। शिवसेना भी हमारे साथ है। हम एक साथ बैठेंगे और एक रणनीति बनाएंगे।”

कृषि बिलो को लेकर शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पहले ही विरोध जता चुके हैं। महाराष्ट्र सरकार में राजस्व मंत्री बाला साहेब थोराट द्वारा दिए गए आज के बयान को महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार से जोड़कर देखा जा रहा है।

वहीँ दूसरी तरफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज रविवार को मॉनसून सत्र में संसद से पास किसानों और खेती से जुड़े बिलों पर अपनी सहमति दे दी है। कृषि बिलो को लेकर कांग्रेस, अकाली दल सहित कई विपक्षी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर कृषि बिलो पर दस्तखत न करने की अपील की थी लेकिन अंततः रविवार को राष्ट्रपति ने कृषि बिलो को अपनी मंजूरी दे दी।

गौरतलब है कि किसान बिलो के विरोध में बीजेपी के सबसे पुराने सहयोगी अकाली दल ने भी एनडीए से नाता तोड़ लिया है। इससे पहले कृषि बिलो पर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध जताते हुए मोदी सरकार में खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।

शनिवार को अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में हुई अकाली दल की कोर कमेटी बैठक में एनडीए से नाता तोड़ने का फैसला लिया गया।

अकाली दल हाल ही में एनडीए से नाता तोड़ने वाला दूसरा दल बन गया है। इससे पहले महाराष्ट्र में नेतृत्व के मुद्दे पर शिवसेना ने एनडीए से रिश्ता तोड़कर एनसीपी और कांग्रेस से रिश्ता जोड़ लिया। जिसके कारण महाराष्ट्र में बीजेपी सत्ता से दूर हो गई और शिवसेना के नेतृत्व में महाविकास अघाड़ी की सरकार बन गई।

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TeamDigital