अपने ऊपर लगे आरोपों पर अनिल देशमुख ने तोड़ी चुप्पी, दिया ये जबाव
मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर आज गृहमंत्री अनिल देशमुख ने अपनी ख़ामोशी तोड़ते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में झूठी खबरें चल रही हैं। 5 फरवरी को कोरोना से संक्रमित होने के बाद मैं 5-15 फरवरी तक अस्पताल में भर्ती था। 15 फरवरी को डिस्चार्ज मिलने के बाद मैं 10 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन था।
उन्होंने कहा कि ऑफिशियल वर्क के लिए मैं पहली बार 28 फरवरी को अपने घर से बाहर निकला। मैं यह सब इसलिए बता रहा हूं ताकि लोग गुमराह न हों।
बीजेपी ने की अनिल देशमुख पर लगे आरोपों की सीबीआई जांच की मांग
भारतीय जनता पार्टी ने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजे अपने पत्र में गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों की सीबीआई जांच की मांग की है।
दिल्ली पहुंचे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैं गृह सचिव से मिलने जा रहा हूं। मैंने जो आरोप लगाए हैं, वो पुख्ता सबूत के साथ लगाए हैं। मैं सारे सबूत दे रहा हूं। मैं मांग कर रहा हूं कि इस मामले की CBI जांच होनी चाहिए। मैं सारी चीजें गृह सचिव को सौपूंगा।
वहीँ इस मामले में आज भारतीय जनता पार्टी की तरफ से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कानून मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने महाराष्ट्र सरकार पर कई आरोप लगाए।
प्रसाद ने कहा कि एनआईए ने अनुरोध किया है कि मनसुख हिरेन की मौत की जांच हमें दे दी जाए, वो जांच महाराष्ट्र सरकार ने अब तक एनआईए को नहीं दी है। इस पूरे मामले की व्यापक जांच क्यों नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में विकास नहीं वसूली हो रही है। आज सुबह पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दस्तावेजों के साथ बातें कही हैं कि ट्रांसफर और पोस्टिंग के नाम पर भी वसूली चल रही थी और छोटे-मोटे अधिकारियों की ही नहीं, बड़े-बड़े आईपीएस अधिकारियों की भी।