बिहार में महागठबंधन टूटा, लालू यादव के आवास पर धरने पर बैठे तेज प्रताप
पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव आज तीन साल बाद पटना पहुंचे। इस अवसर पर लालू प्रसाद यादव में राष्ट्रीय जनता दल कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप, तेजस्वी यादव, बेटी मीसा भारती और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी मौजूद थीं।
हालांकि लालू प्रसाद यादव के पटना पहुंचने से पहले ही बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले बने कांग्रेस-राजद और वामदलों का महागठबंधन टूट गया। इतना ही नहीं लालू यादव के पटना पहुँचने पर आयोजित स्वागत कार्यक्रम के बाद उनके बड़े बेटे तेज प्रताप ने बेइज़्ज़त किये जाने का आरोप लगाया है।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि हमें RJD से कोई लेनादेना नहीं है, कोई मतलब नहीं है। आज खुशी का इतना बड़ा मौका था, सब को एक होना था लेकिन ऐसी परिस्थिति में भी हमें बेइज्ज़त किया गया। एयरपोर्ट पर हमें जगदानंद सिंह ने ठेलने का काम किया। ये कैसा रवैया है? तुम RSS वाले हो।
इतना ही नहीं तेज प्रताप ने लालू प्रसाद यादव के आवास के बाहर अपने समर्थको के साथ धरने पर भी बैठ गए। उन्होंने कहा कि जब तक हम आपको पार्टी से नहीं निकालेंगे तब तक हमें RJD से कोई मतलब नहीं है। आगे हम बहुत बड़ा कदम लेने वाले हैं।
तेजप्रताप ने कहा कि हम धरने पर बैठें हैं और अपने नेता का इंतज़ार कर रहे हैं। हमें RSS के एजेंटों द्वारा रोका गया। हमें अपने पिता से मतलब है लेकिन RJD से कोई मतलब नहीं है।
वहीँ बिहार में कांग्रेस से गठबंधन टूटने के सवाल पर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन क्या होता है? हम हारने के लिए कांग्रेस का साथ देते? ज़मानत ज़ब्त कराने के लिए उनका साथ देते?
गौरतलब है कि बिहार में हो रहे तीन विधानसभा सीटों पर राष्ट्रीय जनता दल ने अपने उम्मीदवार उतार दिए और गठबंधन के तहत कांग्रेस को एक भी सीट नहीं दी। इसके बाद कांग्रेस ने सभी तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने का फैसला लिया।
इस दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से कन्हैया कुमार की कांग्रेस में एंट्री और कांग्रेस ने अगले लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया। इसके बाद बिहार में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल का गठबंधन टूट गया। इतना ही नहीं बिहार में उपचुनाव वाली तीनो सीटों पर कांग्रेस ने कन्हैया कुमार, हार्दिक पटेल और बिहार के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को प्रचार के लिए उतारा तथा कांग्रेस नेता प्रचार के दौरान बीजेपी, जनता दल यूनाइटेड के साथ साथ राष्ट्रीय जनता दल पर भी निशाना साध रहे हैं।