बीजेपी को मतदाताओं के आधार से जुड़े मोबाईल नंबर कैसे मिले? जांच के आदेश
नई दिल्ली। पुडुचेरी में हो रहे विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए बीजेपी की तरफ से मतदाताओं के फोन पर जा रहे एसएमएस और फोन कॉल को लेकर उठ रहे सवाल के बीच आज मद्राह हाईकोर्ट ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिये हैं।
इस मामले में एक जनहित याचिका मद्रास हाईकोर्ट में दायर की गई थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए मद्रास हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग और पुलिस से पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
मद्रास हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका में कहा गया कि आधार का डेटा मैनेज करने वाली यूआईडीएआई (UIDAI)ने चुनाव प्रचार के लिए बीजेपी को मतदाताओं का पूरा व्यौरा उपलब्ध कराया है। यही कारण है कि सिर्फ मतदाताओं के आधार से जुड़े मोबाईल नंबर पर ही बीजेपी की तरफ से एसएमएस और कॉल किये जा रहे हैं।
इतना ही नहीं लोगों की निजिता में सेंध लगाने के लिए याचिका में बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाये गये हैं। याचिकाकर्ता के वकील ने मांग की है कि भाजपा की पार्टी इकाई को सस्पेंड करना चाहिए।
पूरे मामले पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए UIDAI से भी जवाब मांगा है। कोर्ट ने कहा यह सिर्फ चुनावी लाभ का मामला नहीं है यह लोगों की निजता में सेंधमारी है। यह मुद्दा अहम है और इसे चुनावी माहौल में खोना नहीं चाहिए। इस मामले पर कोर्ट ने चुनाव आयोग से भी जवाब मांगा है।