लॉकडाउन 4.0: ज़रूरी निर्देशों के साथ मिल सकती हैं ये रियायतें

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लागू किये गए लॉकडाउन 3.0 की अवधि 17 मई को समाप्त हो रही है। देशभर में लॉकडाउन 4.0 लागू किया जाना तय है। पंजाब ने पहले ही लॉकडाउन की अवधि 31 मई तक करने का एलान कर दिया है। हालांकि, सरकार ने पंजाब से कर्फ्यू हटाने का निर्णय लिया है।
वहीँ माना जा रहा है कि लॉकडाउन 4.0 में कुछ रियायतें दी जाएंगी। ये रियायतें सिर्फ ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन में ही दी जाएंगी और रेड ज़ोन के लॉकडाउन में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
लॉकडाउन 4.0 में ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन में धार्मिक स्थलों, स्कूल, कॉलेजों, शॉपिंग मॉल, सिनेमाघरों इत्यादि पर पाबंदी बरकरार रह सकती है। हालाँकि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की अनिवार्यता के साथ कुछ चीज़ें खुलने की संभावना है।
जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन 4.0 में ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन में जो चीज़ें खुल सकती हैं उनमे हेयर ड्रेसर, स्पा, पंचर बनाने वाले की दुकान, प्रेस करने वाले और ड्राइक्लीन की दुकान, जुटे चप्पलो की रिपेयरिंग करने वाले मोची की दुकान,बेकरी और मिटाई की दुकानों के अलावा होम डिलीवरी और टेक अवे वाले रेस्टॉरेंट, इलेक्ट्रिशियन, बिजली के उपकरण और सामान की दुकानो को खोलने की अनुमति दी जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन 4.0 में भी सभी ज़ोन में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद रहेगा लेकिन निजी दुपहिया और चार पहिये वाले वाहनों को आने जाने की छूट मिल सकती है। वहीँ ग्रोसरी शॉप, मेडिकल स्टोर, फल, सब्ज़ी और दूध की दुकानों पर समय की अनिवार्यता खत्म की जा सकती है और ये दुकानें आम दिनों की तरह पूरे दिन खुली रह सकती हैं।
लॉकडाउन 4.0 में खाद, बीज की दुकाने, ट्रेक्टर-ट्रक और दुपहिया वाहनों के मरम्मत और रख रखाव की दुकानों के अलावा हार्डवेयर, सीमेंट आदि की दुकानों को भी खोलने की अनुमति मिल सकती है।
सूत्रों की माने तो निजी कंपनियों को भी आधे स्टाफ के साथ सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखते हुए काम शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है। हालाँकि गृहमंत्रालय की तरफ से अभी इस बारे में दिशा निर्देश जारी नहीं हुए हैं। माना जा रहा है कि कल गृह मंत्रालय इस बारे में दिशा निर्देश जारी करेगा।