पीसी शर्मा का दावा: कमलनाथ जा सकते हैं बेंगलुरु, बीजेपी के कई विधायक संपर्क में
भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच जहाँ मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में दो टूंक कहा कि वे बागी विधायकों के भोपाल वापस लौटने तक किसी भी हाल में फ्लोर टेस्ट नहीं कराएँगे।
वहीँ दूसरी तरफ कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ स्वयं बागी विधायकों से मिलने बेंगलुरु जाएंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी के दो विधायक कांग्रेस के साथ हैं और कुछ अन्य बीजेपी विधायक भी हमारे संपर्क में हैं।
इससे पहले भोपाल में बुधवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बेंगलुरु के घटनाक्रम पर निंदा प्रस्ताव पास किया गया। इसमें कहा गया कि बंधक बनाए गए विधायकों से ना मिलने देना लोकतंत्र के खिलाफ है।
प्रस्ताव में कहा गया कि विधायकों से मुलाकात करने गए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, मंत्रियों और विधायकों को कर्नाटक पुलिस ने मिलने से रोका, उनसे अभद्र व्यवहार किया और फिर बल पूर्वक हिरासत में ले लिया. इसकी घोर निंदा की जाती है।
इसके अलावा पारित प्रस्ताव में कर्नाटक राज्य कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और विधायक दल ने बेंगलुरू गए कांग्रेस नेताओं को दिए गए सहयोग के लिए धन्यवाद प्रस्ताव भी पारित किया। निंदा प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने और धन्यवाद प्रस्ताव विधायक आरिफ मसूद ने रखा था।
बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा भाजपा ने हमारे विधायकों को बंधक बनाकर रखा हुआ है, उन पर दबाव डालकर उनसे बयान दिलवाए जा रहे हैं। उन्हें स्वतंत्र नहीं किया जा रहा। जब तक ये विधायक स्वतंत्र नहीं होते तब तक फ्लोर टेस्ट की बात बेमानी और अलोकतांत्रिक है।
मध्य प्रदेश विधानसभा में तुरंत फ्लोर टेस्ट कराने की मांग को लेकर सुप्रीमकोर्ट में दायर की गई बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान की याचिका पर चल रही सुनवाई पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमें इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से न्याय की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि हम न्यायालय का पूरा सम्मान करते है और हमें पूरी उम्मीद है कि न्यायालय से हमें न्याय मिलेगा। हम सब एकजुट है, हमारी एकजुटता ही हमारी ताकत है। भाजपा की साजिश और षड़यंत्र का शीघ्र अंत होगा।