शाहीन बाग़: पंजाब के किसानो ने धरना स्थल पर पकाया लंगर

शाहीन बाग़: पंजाब के किसानो ने धरना स्थल पर पकाया लंगर

नई दिल्ली। नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग़ इलाके में पिछले काफी समय से चल रहे विरोध प्रदर्शन और धरने में पंजाब से दिल्ली पहुंचे किसानो से शिरकत की।

किसान यूनियन के बैनर तले पहुंचे किसानो ने नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे धरने को अपना समर्थन दिया। इतना ही नहीं धरना स्थल पर महिलाओं और पुरुषो ने मिलकर लंगर भी पकाया और धरने में मौजूद लोगों को लंगर वितरित किया गया।

पुलिस की अपील नहीं मानी:

कल दिल्ली हाईकोर्ट में पहुंची दो जनहित याचिकाओं की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने कालिंदी कुंज शाहीन बाग़ मार्ग से प्रदर्शनकारियों को हटाने और रोड खाली कराने के आदेश दिए थे।

शाहीन बाग़ रोड को खाली कराने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारियों ने दो टूंक शब्दों में वहां से हटने से मना कर दिया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे लोगों ने कहा कि नागरिकता कानून वापस होने से पहले यह धरना खत्म नहीं होगा।

वहीँ शाहीन बाग़ धरने में अब तक कई दलों के बड़े नेता भी पहुँच चुके हैं। शशि थरूर, मणिशंकर अय्यर, सुभाष चोपड़ा, शर्मिष्ठा मुखर्जी सहित कई कांग्रेस नेता शाहीन बाग़ में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं।

माना जा रहा है कि शुक्रवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी शाहीन बाग़ प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं।

शाहीन बाग़ प्रदर्शन को मिल रहे जनसमर्थन को लेकर दिल्ली प्रशासन की भी हवाईयां उडी हुई हैं। पुलिस को सूझ नही रहा कि आखिर हाईकोर्ट के आदेश का पालन किस तरह कराया जाए।

वहीँ दूसरी तरफ नागरिकता कानून के विरोध में देश के कई हिस्सों में बुधवार को भी प्रदर्शन जारी है। इससे पहले मंगलवार को उत्तर प्रदेश के देवबंद में मुस्लिम महिलाओं ने नागरिकता कानून के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया। वहीँ मुंबई से भी प्रदर्शन की ख़बरें आ रही हैं।

नागरिकता कानून के विरोध से दक्षिण भारत भी अछूता नहीं रहा है। केरल, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु के अलावा पूर्वोत्तर राज्य असम में भी प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है।

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TeamDigital