केजरीवाल का दावा: लालकिले पर धार्मिक झंडा फहराने वाले बीजेपी के कार्यकर्ता
मेरठ। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज किसानो की एक सभा को सम्बोधित करते हुए दावा किया कि 26 जनवरी को दिल्ली में किसान ट्रेक्टर परेड के दौरा लाल किले पर धार्मिक ध्वज फहराने वाले बीजेपी के अपने लोग थे।
मेरठ में आम आदमी पार्टी द्वारा आयोजित किसान संभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि लाल किले का पूरा कांड इन्होंने खुद कराया। मैं दिल्ली का मुख्यमंत्री हूं, उत्तर प्रदेश, पंजाब के लोगों और किसानों ने मुझे बताया कि ये जानबूझकर उधर भेज रहे थे। जिन्होंने झंडे फहराए वो इनके अपने कार्यकर्ता थे।
उन्होंने कहा कि केंद्र के ये तीन कानून किसानों के डेथ वारंट हैं, ये तीनों कानून लागू होने के बाद किसानों की बची कुची खेती केंद्र सरकार अपने तीन-चार बड़े पूंजीपति साथियों के हाथों में सौंपना चाहती है। सबकी खेती चली जाएगी।
केजरीवाल ने कहा कि आज अपने देश का किसान बहुत पीड़ा में है, 95 दिनों से कड़कती ठंड में किसान भाई दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हैं। 250 से ज़्यादा किसान शहीद हो चुके हैं लेकिन सरकार पर जूं नहीं रेंग रही। पिछले 70 साल में इस देश के किसान ने केवल धोखा देखा है।
किसान आंदोलन जारी:
वहीँ कृषि कानूनों के खिलाफ आज 98वे दिन भी किसान आंदोलन जारी रहा। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत आज कहा कि हमें संशोधन नहीं चाहिए, क़ानून खत्म होना चाहिए। बिना पूछे आपने क़ानून बना दिया और फिर पूछते हो कि इसमें कमी क्या है? अनाज़ को तिजोरी में बंद करना चाहते हैं, भूख पर व्यापार करना चाहते हैं, ऐसा नहीं होगा।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठन के नेता किसानो को जाग्रत करने के लिए जगह जगह किसान पंचायतो का आयोजन कर रहे हैं। मुख्य रूप से भारतीय किसान यूनियन ने नेता राकेश टिकैत ने हाल ही में हरियाणा और राजस्थान में कई बड़ी किसान पंचायतो को संबोंधित किया है। इतना ही नहीं राकेश टिकैत ने एलान किया है कि वे पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात में भी किसान पंचायतो में शामिल होंगे।