संसद में गूंजा कर्नाटक का हिजाब मामला, विपक्ष ने सरकार को घेरा
नई दिल्ली। कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब को लेकर पैदा हुए विवाद का मामला आज संसद में भी गूंजा। विपक्ष ने इस मामले में सरकार से संसद में जबाव देने की मांग की। लोकसभा में हंगामे के बीच विपक्षी दलों कांग्रेस, डीएमके, सीपीएम, आईयूएमएल, सीपीएम, सीपीआई, वीसीके, एमडीएमके और जेएमएम ने वाक आउट किया।
इससे पहले कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाते हुए कहा, देश में हर मजहब के लोग रहते हैं औऱ उनकी अपनी-अपनी मान्यताएं हैं। हिजाब पहनना कोई गुनाह नहीं है लेकिन देश के कई हिस्सों में हिजाब पहनने को लेकर अत्याचार हो रहे हैं। मजबह में दरार पैदा हो रही है।
उन्होंने कहा, इस मामले में सरकार संसद में जवाब दे। वहीं कर्नाटक के बीजेपी सांसद बीजेपी सांसद शिवकुमार चनबसप्पा ने कहा कि ये मामला कोर्ट में है, इसलिए इसे संसद में नहीं उठाया जा सकता।
वहीँ कर्नाटक हाईकोर्ट ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में बढ़ते हिजाब विवाद के बीच मंगलवार को विद्यार्थियों और आम लोगों से शांति और सौहार्द बनाये रखने की अपील की। तटीय शहर उडुपी में सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी महिला कॉलेज में पढ़ने वाली कुछ छात्राओं की ओर से दायर याचिका की सुनवाई के बाद अदालत ने कहा कि इस पर अब बुधवार को आगे सुनवाई होगी।
न्यायमूर्ति कृष्णा एस. दीक्षित की एकल पीठ ने कहा, ‘‘यह अदालत विद्यार्थियों और आम लोगों से शांति और सौहार्द बनाये रखने का अनुरोध करती है। इस अदालत को समग्र जनता की बुद्धिमता और सदाचार पर पूरा भरोसा है और उम्मीद करती है कि इसे व्यवहार में भी अपनाया जाएगा।’’
न्यायमूर्ति दीक्षित ने लोगों को भारतीय संविधान में भरोसा रखने की सीख देते हुए कहा कि कुछ शरारती तत्व ही इस मामले को तूल दे रहे हैं। न्यायमूर्ति दीक्षित ने आगे कहा कि आंदोलन, नारेबाजी और विद्यार्थियों का एक दूसरे पर हमला करना अच्छी बात नहीं है।