कमलनाथ बोले ‘ज़रूरत पड़ी तो मैं भी बेंगलुरु जाऊंगा’
भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बागी विधायकों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच फंसे पेंच को निकलने की कवायद के तहत आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के अचानक बेंगलुरु पहुँचने के बाद अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी एलान किया है कि यदि ज़रूरत पड़ी तो वे भी बेंगलुरु जाएंगे।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ‘पिछले 15 महीनों में हमने कई बार बहुमत साबित किया है। अगर कोई सड़क पर खड़ा होकर कहता है कि आपका बहुमत नहीं है तो आप (भाजपा) अविश्वास प्रस्ताव लाइए। मुझे पता नहीं दिग्विजय सिंह क्या कर रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो मैं भी बेंगलुरू जाऊंगा।’
इससे पहले आज कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा और कांतिलाल भूरिया के साथ बेंगलुरु के रामदा होटल पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को पुलिस ने बागी विधायकों से नहीं मिलने दिया। इतना ही नहीं पुलिस ने दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया है।
वहीँ दूसरी तरफ फ्लोर टेस्ट की मांग को लेकर बीजेपी नेता शिवराज सिंह तथा अन्य 9 विधायकों की याचिका पर आज सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई चल रही है। मध्य प्रदेश में तेजी से हो रहे राजनैतिक घटनाक्रम में अब सभी की निगाहें सुप्रीमकोर्ट पर लगीं हैं।
कांग्रेस के 21 विधायक बेंगलुरु के एक होटल में रुके हैं। कांग्रेस का दावा है कि इन विधायकों को पुलिस की निगरानी में रखा गया है और विधायकों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। पार्टी का आरोप है कि कर्नाटक की बीजेपी सरकार अपनी ताकत का इस्तेमाल करके इन विधायकों को रोके हुए हैं।
बेंगलुरु में हिरासत में लिए गए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार और मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा कमिश्नर के ऑफिस पहुंच चुके हैं।
इससे पहले हिरासत में लिए जाने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘मैंने खुद 5 विधायकों से बात की उन्होंने कहा कि वे बंदी हैं, उनके फोन छीन लिए गए, हर कमरे के सामने पुलिस है। उन्हें 24/7 फॉलो किया जा रहा है। भाजपा फ्लोर टेस्ट के लिए कह रही है लेकिन 22 विधायकों के बिना फ्लोर टेस्ट कैसे हो सकता है?’
हिरासत में लिए जाने पर सवाल उठाते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘मुझे क्यों गिरफ्तार किया गया है? जब तक मैं विधायकों से मिल नहीं लेता मैं यहां से नहीं जाऊंगा। सरकार भी बचाएंगे और अपने विधायकों को भी वापस लाएंगे। मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं मैंने किसी कानून को नहीं तोड़ा है।’