विधानसभा परिसर में धरने पर बैठ गए कमलनाथ, शिवराज की मंत्री ने मांगी माफ़ी
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भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में आज शुरू हुआ विधानसभा का एक दिवसीय सत्र पूरे दिन भी नहीं चला और महज डेढ़ घंटे बाद ही सत्र समाप्त हो गया। वहीँ कांग्रेस के सदस्यों ने शिवराज सरकार में मंत्री ऊषा ठाकुर द्वारा जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) को देशद्रोही बताये जाने का मामला उठाया।
जयस नेता और कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा का आरोप है कि उषा ठाकुर ने महू में अपने एक बयान में जयस को देशद्रोही संगठन करार दिया था। उनका यह बयान आपत्तिजनक है क्योंकि जयस आदिवासी इलाकों में आदिवासियों के उत्थान के लिए काम कर रहा है।
इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ कई विधायकों के साथ सदन के बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए। अंततः शिवराज सरकार में मंत्री उषा ठाकुर ने अपने बयान के लिए माफी मांग ली।
उन्होंने कहा-मेरी भावनाओं से मेरे शब्दों से कोई आहत हुआ हो तो मैं क्षमा चाहती हूं। जनजातीय समाज के संगठन राजनैतिक दल के खिलौना न बनें.बेहतर हो सामाजिक उत्थान के काम करें.जनजातीय के बीच कुछ राष्ट्रविरोधी लोग और संगठन काम कर रहे हैं उनसे सतर्क रहना ज़रूरी है।
कमलनाथ ने कहा कि “भाजपा की एक मंत्री उषा ठाकुर ने आदिवासी समाज का अपमान किया, हम इसका विरोध करते हैं, मांग करते हैं कि उन्हें बर्खास्त किया जाए। जयस संगठन एक आदिवासी सेवा संस्था को इन्होंने देशद्रोही कहा है, नक्सलाइट कहा है। इस तरह की इनकी सोच है।”