कमलनाथ सरकार के इस फैसले के बाद बन रहे सरकार बचने के आसार
भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बागी विधायकों की मांग को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। कमलनाथ सरकार ने तीन नए जिले बनाने का एलान किया है। इन तीन नए जिलों से करीब 9 बागी विधायक जुड़े हुए हैं।
मध्य प्रदेश में बागी विधायकों के बढ़ते दबाव के बीच कमलनाथ सरकार की कैबिनेट ने चाचौड़ा, नागदा और मैहर को नए जिले बनाने पर मुहर लगा दी। इस फैसले के बाद मध्यप्रदेश में अब 55 जिले हो जाएंगे।
बताया जा रहा है कि 9 विधायक लगातार तीन नए जिले बनाये जाने की मांग मुख्यमंत्री से कर रहे थे। इन विधायकों में भाजपा से खफा चल रहे विधायक नारायण त्रिपाठी भी शामिल हैं। पार्टी सूत्रों की माने तो तीन नए जिलों के एलान के बाद अब बागी विधायकों की वापसी का रास्ता बन सकता है।
वहीँ दूसरी तरफ बेंगलुरू में हुई दिग्विजय सिंह की गिरफ्तारी को लेकर मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता गांधी मूर्ति के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मध्य प्रदेश के राज्यपाल से मांग है कि वो इस मामले में हस्तक्षेप कर उनके मंत्री और 16 विधायकों को वहां से छुड़वाएं।
इससे पहले बागी विधायकों से मिलने पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और अन्य नेताओं को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया था जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
हिरासत से रिहा होने के बाद दिग्विजय ने कहा, “मुझे अपने विधायकों से मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए। मैं एक कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं। सरकार भी बचेगी और हमारे विधायक भी वापस आएंगे।”
वहीँ दूसरी तरफ कमलनाथ सरकार के बहुमत परीक्षण को लेकर बीजेपी नेताओं द्वारा सुप्रीमकोर्ट में दायर याचिका पर आज सुनवाई चल रही है। मध्य प्रदेश की राजनीति का ऊंट किस करवट बैठेगा ये सुप्रीमकोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगा।