जुमे की नमाज़ में नहीं दिखा कोरोना फेक्टर, आम दिनों की तरह अदा हुई नमाज़

जुमे की नमाज़ में नहीं दिखा कोरोना फेक्टर, आम दिनों की तरह अदा हुई नमाज़

नई दिल्ली। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए अगले दो शुक्रवार तक मस्जिदों में जुमे की नमाज़ अदा न करने की अपील का असर नहीं दिखाई दिया और मुसलमानो ने आम दिनों की तरह ही इस जुमे को मस्जिदों में नमाज़ अदा की।

इतना ही नहीं मस्जिदों में आम दिनों की तरह ही लोग मौजूद रहे और कोरोना फेक्टर के चलते मस्जिदों में भीड़ कम होने के दावे सच साबित नहीं हुए। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड से लेकर दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश की मस्जिदों में आम दिनों की तरह नमाज़ से पहले कुतबा पढ़ा गया और जुमे की नमाज़ अदा की गई।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमण के खतरे को देखते हुए लखनऊ की आसिफी मस्जिद में अगले दो जुमे तक नमाज़ पर पाबंदी लगा दी गई है। मौलाना कलबे जव्वाद नकवी ने एलान किया था कि सार्वजनिक स्वास्थ्य को देखते हुए 20 और 27 मार्च को लखनऊ की आसिफी मस्जिद में जुमे की नमाज नहीं होगी। उनके बयान को मजलिस ए ओलमा ए हिंद ने जारी किया था।

मौलाना कलबे जव्वाद ने कहा कि हमारे मराजाए किराम ने भी इस संबंध में सावधानी बरतने के लिए कहा गया है और डॉक्टरों के निर्देश पर अमल करने की हिदायत दी है। इसलिए हम पूरे देश में मौजूद इमामों से दो सप्ताह की नमाज स्थगित करने की अपील करते हैं।

वहीँ लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने जुमे की नमाज को लेकर एडवायजरी जारी की थी। उन्होंने मुस्लिम भाइयों से कहा कि शुक्रवार की नमाज मस्जिदों में करने से परहेज करें। अगर घर पर ही इबादत करें तो बेहतर रहेगा।

फिरंगी महली ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए मुस्लिम भाइयों के लिए यह मशविरा जारी किया गया है । उन्होंने कहा कि इस दौरान मस्जिदों में कोई भी जलसा न करवाना ही उचित रहेगा।

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TeamDigital