संकट में हरियाणा सरकार, जेजेपी विधायकों में घमासान

संकट में हरियाणा सरकार, जेजेपी विधायकों में घमासान

नई दिल्ली। हरियाणा में जन नायक जनता पार्टी (जेजेपी) के समर्थन से बनी मनोहर लाल खटटर सरकार पर संकट के बादल मडराने शुरू हो गए हैं। इसके अहम् वजह दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी में विधायकों की बीच शुरू हुई घमासान है।

हालाँकि जेजेपी की तरफ से दावा किया जा रहा है कि पार्टी में सब ठीक है लेकिन सूत्रों की माने तो जेजेपी के कई विधायक पार्टी के अध्यक्ष और राज्य के मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ बगावत करने को तैयार बैठे हैं।

जन नायक जनता पार्टी के अंदर शुरू हुई उठापटक के नतीजतन पार्टी के उपाध्यक्ष और नारनौंद विधायक रामुकमार गौतम ने उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी में उठापटक काफी पहले शुरू हो गई थी। यही कारण था कि अभी हाल ही में जन नायक जनता पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में दस में से सिर्फ 7 विधायक ही पहुंचे और 3 विधायक गायब रहे।

सूत्रों की माने तो जन नायक जनता पार्टी के कई विधायक मंत्री पद न मिलने से नाराज़ हैं और वे बागी हो चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी में विधायकों का एक गुट उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ लामबंद हो गया है।

सूत्रों की माने तो जेजेपी के विधायकों में पैदा हुई रार की जद में राज्य की मनोहरलाल खटटर सरकार भी आ सकती है। यदि जेजेपी में विधायकों के बीच शुरू हुई उठापटक बड़े बगावत में बदल गई तो राज्य सरकार के अल्पमत में आने का खतरा पैदा हो सकता है।

वहीँ कहा जा रहा है कि खांप पंचायतें मनोहर सरकार के पिछले कार्यकाल के कामकाज से खुश नहीं थीं। खांप पंचायतो से जुड़े जाट नेता नहीं चाहते थे कि दुष्यंत चौटाला की जेजेपी राज्य में सरकार बनाने के लिए बीजेपी के साथ खड़ी हो, इसके बावजूद दुष्यंत चौटाला अंत तक यह कहते रहे कि वे किसी कीमत पर बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे और अंततः उन्होंने बीजेपी का साथ दिया। इसलिए खांप नेता विधायकों से सवाल कर रहे हैं कि उन्हें बीजेपी को समर्थन देने से क्या हासिल हुआ।

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TeamDigital