दुष्यंत चौटाला पर बढ़ा विधायकों का दबाव, “खटटर सरकार से वापस लें समर्थन”

दुष्यंत चौटाला पर बढ़ा विधायकों का दबाव, “खटटर सरकार से वापस लें समर्थन”

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन को लेकर अब हरियाणा की मनोहर लाल खटटर सरकार की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। हरियाणा में बीजेपी की सहयोगी पार्टी जननायक जनता पार्टी(जेजेपी) में खटटर सरकार से समर्थन वापस लेने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।

8 दिसंबर को जेजेपी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने पार्टी विधायकों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में किसान आंदोलन को लेकर विधायकों ने कड़े तेवर दिखाए थे। सूत्रों के मुताबिक अधिकांश जेजेपी विधायक अब बीजेपी के साथ सरकार में बने रहने के पक्ष में नहीं हैं।

सूत्रों ने कहा कि विधायकों ने एकजुटता से कृषि कानूनों की वापसी की किसानो की मांग का समर्थन किया और इसके लिए खटटर सरकार पर दबाव बनाने की राय रखी।

वहीँ सूत्रों के मुताबिक जेजेपी के कुछ विधायक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के संपर्क में भी आ चुके हैं। इन विधायकों ने बैठक में खटटर सरकार से समर्थन वापस लेने की मांग की।

गौरतलब है कि हरियाणा में जेजेपी के दस विधायक हैं। यदि जेजेपी ने राज्य में खटटर सरकार से समर्थन वापस लिया तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी। ऐसी स्थति में राज्य में नए राजनैतिक समीकरण बन सकते हैं।

वहीँ इन सब खबरों के बीच आज जननायक जनता पार्टी(जेजेपी) के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा, “हमारी पार्टी अध्यक्ष ने पहले ही स्पष्ट किया था कि किसानों को MSPसुनिश्चित किया जाए।कल केंद्रीय सरकार द्वारा दिए गए लिखित प्रस्ताव में MSP शामिल थी। जब तक हम सरकार में हैं तब तक हम किसानों को MSP सुनिश्चित करेंगे।अगर मैं नहीं कर पाया तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।”

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TeamDigital