अमेठी: कालिकन धाम पहुँचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री, कहा-‘यूपी में जंगलराज’
ब्यूरो (राम मिश्रा अमेठी): प्रियंका गांधी की अगुआई में कांग्रेस उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में शिद्दत से जुट गई है। हर छोटे-बड़े मुद्दे पर सत्तारूढ़ दल बीजेपी को घेरने के साथ ही कांग्रेस पार्टी जिलों में संगठन मजबूत करने पर फोकस कर रही है।
ब्राह्मणों के सहारे कांग्रेस सूबे में पार्टी की खोई प्रतिष्ठा पाने की जुगत में है। सूबे की कानून व्यवस्था,भ्रष्टाचार और किसानों के मुद्दो को लेकर कांग्रेस न सिर्फ सोशल मीडिय़ा के माध्यम से सरकार पर निशाना साध रही है बल्कि अब यूपी में अपनी खोई जमीन और पूराने समर्थको को मनाने के लिये कांग्रेस एक बार फिर ब्राह्मणों को साधने की कवायद में जुट गई है ।
ब्राह्मण चेतना यात्रा की शुरुआत-
कांग्रेस हाई कमान के निर्देश पर कांग्रेस के वरिष्ठ ब्राम्हण नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने बीते मंगलवार से यूपी में ब्राह्मण चेतना यात्रा की शुरूआत कर दी है। जितिन प्रसाद ब्राह्मण चेतना यात्रा के जरिये उन ब्राह्मणों के घर जा रहे है जिनके परिवार के किसी सदस्य की बीते दिनों हत्या कर दी गई है।
जितिन प्रसाद इस दौरान पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त करते नजर आ रहे है और सूबे की कानून-व्यवस्था को लेकर भी योगी सरकार पर जमकर निशाना साध रहे है ।
ब्राह्मण चेतना यात्रा के तहत शनिवार को जितिन प्रसाद सूबे के प्रतापगढ़ जिला पहुँचे और मृतक साजन शुक्ला के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। बता दे कि साजन शुक्ला की अमेठी में पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। शारदा प्रसाद शुक्ल उर्फ साजन शुक्ल के घर जाने से पूर्व अमेठी सीमा पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद का युवा नेता प्रांजल तिवारी के नेतृत्व में सैकड़ों युवाओं ने कई जगह जगह पर स्वागत किया।
यही नही पूर्व केद्रीय मंत्री ने माँ कालिकन धाम पर मत्था टेक कर आशिर्वाद प्राप्त किया व और वहां उपस्थित जनमानस से जनसंवाद कर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने की अपील भी की ।
ताकि यूपी में बीजेपी का विकल्प बने कांग्रेस-
यूपी कांग्रेस कमेटी का बीते दिनों नये सिरे से गठन किया गया था,जिसके बाद से जिलों में जहां पदाधिकारियों को बूथ स्तर पर सक्रिय रहने को कहा गया है, वहीं लंबे समय बाद कांग्रेसी जमीन पर संघर्षरत दिख रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू से लेकर पार्टी पदाधिकारी सक्रिय हैं। सोनभद्र नरसंहार कांड, चिन्मयानंद केस और उन्नाव कांड जैसे मामलों पर कांग्रेस ने सरकार का न केवल तीखा विरोध किया, बल्कि जमीनी स्तर सूबे में कांग्रेस ही मुख्य विपक्ष की भूमिका में दिखी। प्रियंका की कोशिश है कि सरकार से मुख्य मुकाबले में कांग्रेस पार्टी ही बनी रही, ताकि राज्य में लोग बीजेपी के विकल्प के तौर पर कांग्रेस को पसंद करें ।