जनता दल यूनाइटेड के लिए मुश्किल बने बागी, 15 बड़े नेता निष्कासित
पटना ब्यूरो। बिहार में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के बागियों से जूझ रही जनता दल यूनाइटेड ने बड़ा एक्शन लेते हुए एक विधायक, पूर्व विधायकों और पार्टी के पूर्व मंत्रियों समेत 15 नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।
जनता दल यूनाइटेड ने जिन नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है उनमे वर्तमान विधायक ददन सिंह यादव, पूर्व मंत्री रामेश्वर पासवान, पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व विधायक रणविजय सिंह, पूर्व विधायक सुमित कुमार सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ट कंचन कुमारी गुप्ता, पूर्व सदस्य अति पिछड़ा वर्ग आयोग प्रमोद सिंह, युवा जदयू के पूर्व कोषाध्यक्ष अरूण कुमार, जदयू के पूर्व जिला संयोजक तजम्मुल खां, रोहतास के पूर्व जिलाध्यक्ष अमरेश चौधरी, जमुई के पूर्व जिलाध्यक्ष शिवशंकर चौधरी, 2015 में जदयू के उम्मीदवार रहे सिंधु पासवान, जदयू नेता करतार सिंह यादव, विधानसभा प्रभारी राकेश रंजन और जदयू नेता मुंगेरी पासवान शामिल हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने मंगलवार को 15 नेताओं के निष्कासन का आदेश जारी किया। सूत्रों की माने तो जिन 15 नेताओं को निष्कासित किया गया है उनमे आधे से अधिक नेता कद्दावर बताये जाते हैं और पार्टी के अंदर बढ़ते असंतोष के बीच विधानसभा चुनाव में इसका असर देखने को मिल सकता है।
सूत्रों ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड में टिकिट बंटवारे से पैदा हुई रार के बाद बागियों के मैदान में आने से पार्टी असहज महसूस कर रही है और करीब एक दर्जन सीटों पर उसे अपनी ही पार्टी के नेताओं से चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
इस बीच बिहार में दूसरे चरण में जिन 94 सीटों पर तीन नवंबर को मतदान होना है, उनके लिए अब तक कुल 70 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। तीसरे चरण में सात नवंबर को जिन 78 सीटों पर चुनाव होना है उनके लिए दो प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है।
राष्ट्रीय जनता दल नेता तेज प्रताप यादव ने हसनपुर विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है। बिहार विधानसभा के तीसरे चरण के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है। यह 20 अक्टूबर तक जारी रहेगी।