राजद का दावा: हमारे संपर्क में हैं जदयू के 17 विधायक
पटना ब्यूरो। अरुणाचल में जदयू विधायकों में बीजेपी की सेंधमारी और लव जिहाद पर कानून बनाने के मुद्दे पर बीजेपी और जदयू में बढ़ रहे तनाव के बीच राष्ट्रीय जनता दल ने दावा किया है कि जनता दल यूनाइटेड के 17 विधायक उसके संपर्क में हैं।
इससे पहले कल राष्ट्रीय जनता दल ने जनता दल युनाइटेड को प्रस्ताव दिया था कि यदि जदयू बिहार में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए समर्थन देता है तो राष्ट्रीय जनता दल नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने के लिए समर्थन देने को तैयार है।
आज राष्ट्रीय जनता दल के नेता ने दावा किया कि जनता दल यूनाइटेड के 17 विधायक राष्ट्रीय जनता दल के संपर्क में हैं और दल बदल विरोधी कानून आड़े न आये इसके लिए विधायकों की तादाद बढ़ने का इंतज़ार किया जा रहा है। इतना ही नहीं श्याम रजक ने यह भी कहा कि जल्द ही विधायकों की तादाद पूरी हो जायेगी।
श्याम रजक के बयान के बाद न सिर्फ बिहार का सियासी पारा बढ़ने लगा है बल्कि जनता दल यूनाइटेड की बैचैनी भी बढ़ी है। श्याम रजक के दावों में कितनी सच्चाई है, यह कहना संभव नहीं है लेकिन बिहार में एक बार फिर खिचड़ी पकना शुरू हो गई है।
इससे पहले बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनवा देना चाहिए और खुद उन्हें अब केंद्र की राजनीति करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि नीतीश कुमार अगर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाते हैं तो अगले लोकसभा चुनाव में हम उन्हें विपक्ष के नेता के रूप में पूरा समर्थन देंगे। चौधरी ने कहा कि वे रिकॉर्ड 16 साल मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्हें अब समझ लेना चाहिए कि भाजपा उन्हें नहीं चाहती है। दरअसल भाजपा अब बड़ी मछली हो गयी है। छोटी मछलियों को वह निगलने जा रही है।
चौधरी ने कहा कि भाजपा सुनियोजित तौर पर जदयू नेता को उकसा रही है कि वह खुद एनडीए से हट जाए। उन्होंने बताया कि वह सीएम से कार्मिक और गृह मंत्रालय भी मांग रही है। कोई बड़ी बात नहीं है कि भाजपा चिराग पासवान को अभी और हथियार की तरह इस्तेमाल करे।
चौधरी ने कहा कि अकाली दल हो या शिवसेना सभी सहयोगियों के साथ भाजपा हमेशा अपमानित करने का काम करती आयी है। उसका यही रवैया जदयू के साथ भी है।