इजरायल के पीएम नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और विश्वासघात मामले में आरोप तय

इजरायल के पीएम नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और विश्वासघात मामले में आरोप तय

नई दिल्ली। इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर धोखाधड़ी, रिश्वतखोरी और विश्वास भंग करने के आरोप लगे हैं। नेतन्याहू इजराइल में सबसे ज्यादा समय पद पर रहने वाले प्रधानमंत्री हैं।इजराइल के इतिहास में ऐसा पहली बार ही हुआ है जब किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसे गंभीर आरोप सामने आये हैं।

अटॉर्नी जनरल एविशाय मंडेलब्लिट ने गुरुवार को नेतन्याहू के खिलाफ कोर्ट में 63 पन्नों की अभियोग रिपोर्ट पेश की। 3 महीनों की जांच के बाद ये रिपोर्ट पेश की गई। भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के बाद अब नेतन्याहू को अदालत में मुकदमे का सामना करना पड़ेगा और यदि वे इन मामलो में दोषी करार दिए जाते हैं तो उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लग सकती है, साथ ही नेतन्याहू को 10 साल की जेल भी हो सकती है।

रिपोर्ट फाइल होने के बाद नेतन्याहू ने कहा, ‘‘मैंने देश के लिए पूरा जीवन दिया। इसके लिए लड़ाई लड़ी और जख्मी भी हुआ। मैं पिछले कुछ साल से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी देश को वैश्विक शक्ति बनाने के लिए लड़ा हूं। मुझे अपनी उपलब्धियों पर गर्व है। यह मेरे लिए और मेरा समर्थन करने वाले लोगों के लिए बेहद कठिन दिन है।

इजरायल के अटॉर्नी जनरल अविचाई मंडेलब्लिट इसराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पर तीन अलग-अलग मामलों में रिश्वत लेने, धोखाधड़ी करने और भरोसा तोड़ने का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच चल रही थी। अटॉर्नी जनरल ने गुरुवार को अभियोग जारी करते हुए नेतन्याहू पर धोखाधड़ी, विश्वासघात और घूस के आरोप तय किए।

मंडेलब्लिट ने रिपोर्ट पेश करने के बाद कहा, ‘‘मैंने यह निर्णय भारी मन से, लेकिन कानून के प्रति पूरी प्रतिबद्धता के चलते लिया। ये मेरी ड्यूटी है कि इजराइल के लोगों के लिए सुनिश्चित करूं कि वे एक ऐसे देश में रहते हैं, जहां पर कोई कानून से ‌ऊपर नहीं है। भ्रष्टचार से संबंधित संदेहों की पूरी तरह से जांच होती है। कानून का पालन करना विवेक का काम नहीं है, यह एक बाध्यता है, जिसे सभी को मानना जरूरी है।’’

हालांकि, पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने आरोपों को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि मेरे खिलाफ की जा रही जांच राजनीति से प्रेरित है। इसके साथ ही नेतन्याहू ने आरोप तय करने के समय पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इजरायल की राजनीति के लिए यह कठिन समय चल रहा है। नेतन्याहू ने कहा कि पुलिस और जांचकर्ता कानून से ऊपर नहीं हैं। अब समय आ गया है कि जांचकर्ताओं को जांच का सामना करना पड़े।

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