अमेरिका से बढ़ते तनाव के बीच ईरान की संसद ने किया ये बड़ा एलान
तेहरान। ईरान और अमेरिका में बढ़ते तनाव के बीच ईरान की संसद में कई कदम उठाने का एलान किया है। मंगलवार को ईरान की संसद ने एक विधेयक पारित कर सभी अमेरिकी बलों को ‘‘आतंकवादी” घोषित करने का एलान किया है। ईरान की तरफ से यह एलान जनरल कासिम सुलेमानी के बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद किया गया है।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कुद्स फोर्स के प्रमुख के रूप में सुलेमानी पर लेबनान और इराक से लेकर सीरिया और यमन तक क्षेत्रीय सत्ता संघर्षों में तेहरान के हस्तक्षेप की जिम्मेदारी थी।
बता दें कि बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर शुक्रवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में सुलेमानी की मौत हो गई. हमला ईरान के लिए बहुत बड़ा झटका है और इसने पश्चिम एशिया में नए सिरे से युद्ध की आशंकाओं बढ़ा दिया है।
ईरान ने 2015 परमाणु समझौते से अलग होने का ऐलान किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भी कई बार दोहरा चुके हैं कि ईरान अमेरिकी प्रतिष्ठान को नुकसान पहुंचाता है तो उसे सख्ती से जवाब दिया जाएगा।
वहीँ इराक़ से अमरीकी सैनिकों के बाहर निकलने के बारे में एक पत्र के प्रकाशन के बाद पेंटागन में पूर्ण भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, अमरीकी सीनियर जनरल ने इसे एक “ग़लती” क़रार दिया तो वहीं रक्षा मंत्री ने कहा कि अमरीका की ऐसी कोई योजना नहीं है।
सोमवार को पेंटागन में पत्रकारों से बात करते हुए अमरीकी रक्षा मंत्री मार्क ऐसपर ने कहा कि “इराक़ से निकलने के बारे में कोई फ़ैसला नहीं किया गया है।” ऐसपर ने उन रिपोर्टों का उल्लेख करते हुए यह बयान दिया है, जिसमें कहा गया था कि इराक़ में संयुक्त टास्क फ़ोर्स के प्रमुख जनरल विलियम एच. सीली ने इराक़ी सरकार को सूचित किया है कि इस देश की संप्रभुता का सम्मान करते हुए गठबंधन सेनाएं इराक़ से बाहर निकलने की तैयारी कर रही हैं।
अमेरिका की तरफ से ईरान को धमकियां देने का सिलसिला अभी जारी है। रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी थी कि अगर ईरान ने मेजर जनरल क़ासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए कोई जवाबी कार्यवाही की तो वह ईरान के ऐतिहासिक व सांस्कृतिक ठिकानों को तबाह करने का आदेश जारी कर देंगे।