सिख रेजिमेंट की तरह बने मुस्लिम रेजिमेंट, मुस्लिमो को मिले पराक्रम दिखाने का मौका:जुनेद क़ाज़ी

सिख रेजिमेंट की तरह बने मुस्लिम रेजिमेंट, मुस्लिमो को मिले पराक्रम दिखाने का मौका:जुनेद क़ाज़ी

न्यूयोर्क। इंडियन नेशनल ओवरसीज कांग्रेस, यूएसए के पूर्व अध्यक्ष जुनेद क़ाज़ी ने कहा है कि भारत को सेना में सिख और गोरखा रेजिमेंट की तरह मुस्लिम रेजिमेंट बनानी चाहिए।

चीन के सैनिको के साथ हुई हिंसक झड़पों में शहीद हुए 20 भारतीय सैनिको के श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि सेना में देश के मुसलमानो का प्रतिनिधित्व बढ़ाने का यह उपयुक्त समय है। भारत को चाहिए कि वह बिना देरी किये मुस्लिम रेजिमेंट बनाकर उसे चीन सीमा की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी सौपे।

जुनेद क़ाज़ी ने कहा कि देश के मुसलमानो का साहस और पराक्रम किसी से कम नहीं हैं। इतिहास गवाह है कि मुसलमानो ने अपने दम पर कई बड़ी लड़ाइयां लड़ी हैं और जीती भी हैं।

उन्होंने कहा कि 1857 में जब हिंदुस्तान की आजादी की चिंगारी भड़की तो बहादुर शाह ज़फ़र के नेतृत्व में अंग्रेजों की ईंट से ईंट बजा दी थी और भारतीयों ने बहादुर शाह ज़फ़र के नेतृत्व में दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में अंग्रेजों को कड़ी शिकस्त दी थी।

जुनेद क़ाज़ी ने कहा कि मुस्लिम रेजिमेंट बनाने से देश को कई दूरगामी फायदे होंगे। इससे मुसलमानो को देश के सिपाही के तौर पर अपनी देशभक्ति और वीरता को साबित करने का मौका मिलेगा और मुसलमानो का भारतीय सेना में प्रतिनिधित्व बढ़ेगा।

उन्होंने कहा कि वैसे भी जनसख्या के हिसाब से देखा जाए तो जब सिख रिजमेंट है गोरखा रेजिमेंट है तो मुस्लिम रेजिमेंट भी पहले ही बनाई जानी चाहिए थी लेकिन अभी समय खत्म नहीं हुआ है। सरकार चाहे तो अभी भी मुस्लिम रेजिमेंट बनाकर मुसलमानो से देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान ले सकती है।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital