साल के अंत तक आ सकती है कोरोना वैक्सीन, पहले इन्हे लगेगा टीका

नई दिल्ली। भारत में जहाँ कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है और पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 68,898 मामले सामने आए और 983 मौतें हुईं है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना संक्रमित कुल मामलो की तादाद बढ़कर अब 29,05,824 है जिसमें 6,92,028 सक्रिय मामले, 21,58,947 ठीक/डिस्चार्ज/ विस्थापित मामले और 54,849 मौतें शामिल हैं।
इस सब के बीच खबर है कि कोरोना के लिए इस वर्ष के अंत तक वैक्सीन आ सकती है। देश के स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, ‘अगर सबकुछ ठीक रहा तो भारत इस साल के आखिर तक कोरोना वायरस की वैक्सीन हासिल कर लेगा। देश में बनीं और ट्रायल से गुजर रहीं दोनों कोरोना वैक्सीन 2020 के अंत तक उपलब्ध हो सकती हैं।’
अब सवाल यह है कि क्या कोरोना वैक्सीन के आते ही यह आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी? बताया जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन आने के बाद इसे सबसे पहले कोरोना से सीधी लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को दिया जाएगा। उसके बाद कोरोना वैक्सीन का टीका 60 से अधिक उम्र के लोगों, और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को दिया जाएगा। इसके बाद कोरोना वैक्सीन का टीका बच्चो और बाद में आम जनता के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘देश में बन रहे वैक्सीन का ट्रायल भी इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। हमें जल्द ही इस टीका का असर का पता चल जायेगा।’
हर्षवर्धन ने कहा कि सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया पहले से ही ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन का उत्पादन कर रहा है ताकि बाजार तक उसके पहुंचने का समय कम किया जा सके। शेष बचे दो टीके को बनने और बाजार में आने में थोड़ा ज्यादा वक्त लगेगा टीके साल के आखिरी तक उपलब्ध हो जायेंगे।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन हासिल करने के लिए मंत्रालय प्लान बना रहा है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है। वह दुनिया की वैक्सीन की जरूरतों का दो-तिहाई हिस्सा सप्लाई करता है।