अखिल भारतीय इमाम संगठन की अपील: शब ए बारात पर घरो में इबादत करें मुसलमान

नई दिल्ली। शब ए बारात होने के मद्देनज़र अखिल भारतीय इमाम संगठन से देश के मुसलमानो से अपील की है कि वे अपने अपने घरो में ही इबादत करें, इबादत के लिए मस्जिदों में न जाएँ और न अपने पूर्वजो की कब्रों पर दुरुद फातिहा के लिए कब्रिस्तान जाएँ।
अखिल भारतीय इमाम संगठन के चीफ इमाम उमर अहमद इल्यासी ने कहा कि ‘मैं अपने मुसलमान भाईयों और इमामों से ये गुज़ारिश करता हूं कि कल से शब-ए-बारात शुरू होने वाला है तो आप सभी लॉकडाउन और धारा 144 का पालन करें और घरों में रह कर इबादत करें।’
उन्होंने कहा कि ‘मैं अपने भारतवासियों से एक अपील करूंगा कि देश में इस समय कोरोना के जो नंबर बढ़ रहे हैं। इसका का सिर्फ एक ही इलाज है और वो सामाजिक दूरी है। सरकार ने जो गाइडलाइन दी है उसका पालन करें। यही इसका एक मात्र इलाज है।’
दिल्ली पुलिस ने लगाए पोस्टर:
वहीँ कोरोना वायरस को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने 8 और 9 अप्रैल को मनाए जाने वाले शब-ए-बारात से पहले राजधानी की सड़कों पर पोस्टर लगाए। इसमें दिल्ली पुलिस ने लोगों से घरों से बाहर न आने की अपील की है।
शब-ए-बारात पर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मुसलमानो से अपनी अपील में कहा कि ‘लोगों से अनुरोध है कि वे अपने घरों से बाहर न निकलें और इसके बजाय अपने परिवार की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करें। सभी को ऐसे किसी भी व्यवहार से बचना चाहिए जो कोरोना वायरस से लड़ने के सुरक्षा दिशानिर्देशों के साथ समझौता करता हो।’
गौरतलब है कि शब-ए-बारात को ध्यान में रखकर मुसलिम उलेमा भी अपील जारी कर चुके हैं। लखनऊ में ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने एडवाइजरी जारी कर सभी मुसलमानों से कहा कि शब-ए-बारात के दिन मुसलमान घर में ही रहकर इबादत करें और कब्रिस्तान में अपने पुरखों व परिवारजनों की कब्रों पर न जाएं।
मौलाना रशीद फरंगी महली ने कहा कि शब-ए-बारात पर किसी प्रकार के जलसों का आयोजन न करें। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर इस्लामिक सेंटर का होने वाला जलसा भी स्थगित कर दिया गया है।
ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने इंदौर, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर सहित तमाम जगहों पर डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारियों व पुलिस से बदसुलूकी की घटनाओं की निंदा की।
मौलाना ने कहा कि ये लोग हमें कोरोना जैसे गंभीर बीमारी से बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं कर रहे है। इनके साथ बदसुलूकी इंसानियत के खिलाफ है। मौलाना ने ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही सभी देश व प्रदेश वासियों से सहयोग करने की अपील की।
वहीँ इदारा ए शरिया फिरंगी महल के अध्यक्ष मुफ्ती अबुल इरफान मियां फिरंगी महली ने कहा कि पुरखों व परिवारजनों का फातेहा घर पर ही पढे़ं। जहां तक गरीबों के भोजन कराने की बात है तो इससे अच्छा और क्या मौका होगा।