पायलट ने तोड़ी चुप्पी, कहा ‘मेरी लड़ाई कांग्रेस से नहीं, मैं कभी भी बीजेपी में नहीं जाऊंगा’

पायलट ने तोड़ी चुप्पी, कहा ‘मेरी लड़ाई कांग्रेस से नहीं, मैं कभी भी बीजेपी में नहीं जाऊंगा’

नई दिल्ली। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने आज अपनी ख़ामोशी तोड़ते हुए स्पष्ट तौर पर कहा कि वे किसी भी कारण से बीजेपी ने नहीं जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मेरी लड़ाई कांग्रेस से नहीं है, मेरी लड़ाई अशोक गहलोत से है।

सचिन पायलट ने कहा कि मैं पार्टी के अंदर रहकर ही अपनी लड़ाई लड़ रहा हूं, और अपने ऊपर लगे हर आरोप का जबाव दुंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी केवल अशोक गहलोत की नहीं हैं।

पायलट ने कहा कि मैंने अभी तक पार्टी या पार्टी नेतृत्व के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला है। जो लोग मुझे बदनाम कर रहे हैं वो कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि उन्हें लोग बदनाम कर रहे हैं और वे अदालत के फैसले के बाद प्रेस कांफ्रेंस कर अपना पक्ष रखेंगे।

राज्यपाल से मिलने पहुंचे सीएम गहलोत:

वहीँ दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कालराज मिश्र से मिलने पहुंचे हैं। इससे पहले गहलोत ने राज्यपाल को पत्र लिखकर विधानसभा का सत्र बुलाये जाने की मांग की है।

मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि “हम लोग सोमवार से विधानसभा शुरू करना चाहते हैं, वहां दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। हमारे पास स्पष्ट बहुमत है, हमें कोई दिक्कत नहीं है। चिंता हमें होनी चाहिए सरकार हम चला रहे हैं, परेशान वो हो रहे हैं।”

गहलोत ने कहा कि “हमने कल राज्यपाल महोदय को पत्र भेजकर निवेदन किया था कि विधानसभा का सत्र बुलाया जाए और उसमें राजनीतिक हालात, कोरोना पर चर्चा हो। लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। हमारा मानना है कि ऊपर से दबाव के कारण मजबूरी में वो विधानसभा बुलाने के निर्देश नहीं दे रहे हैं।”

हाईकोर्ट से पायलट खेमे को राहत:

वहीँ आज राजस्थान हाईकोर्ट ने अपने फैसले में सचिन पायलट गुट को बड़ी राहत दी है। अदालत ने फिलहाल स्पीकर के नोटिस पर स्टे लगाते हुए यथास्थिति बरकरार रखने के निर्देश दिए हैं। अब स्पीकर विधायकों को अयोग्य करार नहीं दे पाएंगे। हालांकि अन्य मामलों को लेकर अदालत में सुनवाई जारी है।

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TeamDigital