कर्नाटक के पूर्व सीएम का दावा ‘एक छिपे एजेंडे के तहत मोदी जलवा रहे दीये और केंडिल’
बेंगलुरु। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों से रविवार को 9 बजे 9 मिनट तक बालकनी या घर के दरवाजे पर दीया या केंडिल जलाकर रौशनी किये जाने के आह्वान की अब आलोचना शुरू हो गई है।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमार स्वामी ने आरोप लगाया है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने एक छिपे एजेंडे को अंजाम देने के लिए लोगों से केंडिल और दीये जलाने के लिए कहा है।
कुमारस्वामी ने ट्वीट कर कहा कि ‘क्या प्रधानमंत्री ने देश को भाजपा के स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर मोमबत्ती जलाने के लिए कहा है? छह अप्रैल इसका स्थापना दिवस है, इस आयोजन के लिए इस तारीख और समय चुनने को और क्या समझा जा सकता है? मैं प्रधानमंत्री को चुनौती देता हूं कि वह एक विश्वसनीय वैज्ञानिक और तर्कसंगत स्पष्टीकरण दें।’
राष्ट्रीय संकट को आत्म अभ्युदय के लिए इस्तेमाल करना शर्मनाक है और वैश्विक विपत्ति की स्थिति में अपनी पार्टी के छिपे हुए एजेंडे को आगे बढ़ाना शर्मनाक है। प्रधानमंत्री को सद्बुद्धि आये, कुमार स्वामी ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा डॉक्टरों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) प्रदान करना और आम लोगों के लिए जांच किट किफायती बनाना अभी बाकी है।
अपने कई ट्वीट को जारी रखते हुए कुमार स्वामी ने आगे कहा कि ‘देश को यह बताए बिना कि कोविड-19 खतरे से निपटने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जा रहे हैं, प्रधानमंत्री पहले से ही परेशान आबादी को बेमतलब के काम थमा रहे हैं।’
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को कोरोना वायरस को पराजित करने की देश की ‘सामूहिक शक्ति’ को प्रदर्शित करने के लिये देशवासियों से अपील की थी। पीएम मोदी ने देशवासियों के नाम अपने संदेश में कहा था कि देश के लोग रविवार 5 अप्रैल को रात नौ बजे अपने घरों की बालकनी में खड़े रहकर मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं।