ज्ञानवापी: फब्बारे को शिवलिंग बताने के दावे की जांच होगी या नहीं, शुक्रवार को आ सकता है फैसला
वाराणसी। ज्ञानवापी मस्जिद के बजू खाने में मिले फब्बारे को हिन्दू पक्ष द्वारा शिवलिंग होने का दावा किया गया है। इस दावे की जांच होगी या नहीं? इस पर अदालत कल अपना फैसला सुना सकती है।
इस मामले में फब्बारे को शिवलिंग होने का दावा करते हुए हिन्दू पक्ष ने इसकी कार्बन डेटिंग कराये जाने की मांग की है। हिन्दू पक्ष का तर्क है कि इसकी कार्बन डेटिंग से इसकी स्थापना के समय सहित कई तथ्यों से पर्दा उठ जायेगा।
इस मामले में शुक्रवार को वाराणसी की जिला अदालत में सुनवाई होनी है। माना जा रहा है कि हिन्दू पक्ष के इस दावे पर अदालत कल (शुक्रवार) आदेश जारी कर सकती है।
हिन्दू पक्ष ने अदालत से मांग की है कि इसकी जांच शिवलिंग को छेड़छाड़ किए बिना होना चाहिए, यह चाहे कार्बन डेटिंग से हो या किसी अन्य तरीके से किया जाए। मुस्लिम पक्ष ने पत्थर और लकड़ी की कार्बन डेटिंग नहीं होने का हवाला दिया था।
ज्ञानवापी परिसर को हिंदुओं को सौंपने और शिवलिंग के राग भोग पूजा पाठ की दो अलग अलग याचिकाओं पर गुरुवार को सुनवाई नहीं हुई। इसलिए माना जा रहा है कि शुक्रवार को ही दो अन्य मामलो में भी सुनवाई हो सकती है।
गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद-गौरी श्रंगार मामले में कई याचिकाएं अदालत के समक्ष दायर की गई हैं। इनमे बजू खाने में लगा फब्बारा शिवलिंग है कि नहीं इसके लिए इसकी कार्बन डेटिंग कराये जाने की मांग के अलावा ज्ञानवापी परिसर हिन्दू पक्ष को सौंपने, शिवलिंग के पूजा पाठ की अनुमति दिए जाने की मांग वाली याचिकाएं शामिल हैं।