राकेश टिकैत ने जताई आशंका: सरकार लाने जा रही सरकारी बैंको के निजीकरण का बिल

राकेश टिकैत ने जताई आशंका: सरकार लाने जा रही सरकारी बैंको के निजीकरण का बिल

नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शंका जताई है कि शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार संसद में बैंक निजीकरण विधेयक लाने जा रही है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा, “हमने आंदोलन की शुरुआत में आगाह किया था कि अगला नंबर बैंकों का होगा। नतीजा देखिए, 6 दिसंबर को संसद में सरकारी बैंकों के निजीकरण का बिल पेश होने जा रहा है। निजीकरण के खिलाफ देशभर में साझा आंदोलन की जरूरत है।”

वहीँ राकेश टिकैत के बयान का समर्थन करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष अशोक धवाले ने दिल्ली में कहा कि ये संसद में बैंकों का निजीकरण करने के लिए बिल लाने वाले हैं। इस निजीकरण का हम विरोध करेंगे। यह सरकार आज देश को बेच डालने के पीछे तुली हुई है। राकेश टिकैत ने सही कहा है कि बैंक के नीजिकरण का हम विरोध करेंगे, यह हमारा जारी रहेगा।

वहीँ किसान नेता राकेश टिकैत के बयान पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि आपकी (किसानो की) मांगें पूरी हो गई हैं, आप किसानों की बात करो। सरकार कैसे चलानी है और नीतियों के जो फैसले लेने हैं वो सरकार लेगी।

टिकैत को मिलेगा लंदन का 21 सेंचुरी आइकन अवॉर्ड:

इस बीच खबर है कि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का नाम ’21 सेंचुरी आइकन ऑवर्ड’ के लिए फाइनलिस्ट सूची में शामिल किया गया है। हालांकि राकेश टिकैत ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि वे लंदन नहीं जा पाएंगे, क्यों कि वे आंदोलन में व्यस्त हैं।

राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि यह अवार्ड उनके लिए नहीं है बल्कि संयुक्त किसान मोर्चा के लिए है। उन्होंने कहा कि अवार्ड के लिए पूरे किसान आंदोलन को फाइनल किया गया है, इसका चेहरा भी पूरा किसान आंदोलन हैं।

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TeamDigital