रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट से हटाए गए दस्तावेज, कांग्रेस ने सरकार से पूछे 6 सवाल

रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट से हटाए गए दस्तावेज, कांग्रेस ने सरकार से पूछे 6 सवाल

नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट से चीनी सैनिको के भारतीय सीमा में अतिक्रमण की पुष्टि करने वाले दस्तावेज हटाए जाने को लेकर आज एक बार फिर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला।

शुक्रवार को पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि जब हम सवाल पूछते हैं तो वे हमें लाल आंखें दिखाते हैं. पूरी दुनिया ने कल देखा कि चीनी अतिक्रमण वाले दस्तावेज कैसे हटा दिए गए।

उन्होंने कहा कि पूरे देश ने देखा कि पहले किस तरह पीएम मोदी चीनी सैनिको के घुसपैठ की बात को नकारते रहे और देश को गुमराह करते रहे और यह कह कर चीन को क्लीनचिट देते रहे कि हमारे क्षेत्र में किसी ने घुसपैठ नहीं की। जब रक्षा मंत्रालय के एक दस्तावेज से सच सामने आ गया तो उस दस्तावेज को ही रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट से हटा दिया गया।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पीएम केयर्स फंड में चीनी कंपनियों से लिए गए चंदे का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि पीएम ने इस मुद्दे पर अपनी ख़ामोशी को बरकरार रखा है लेकिन जब हम सवाल पूछते हैं, तो वे हमें लाल आंख दिखाते हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कुछ लोग प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात में मुख्यमंत्री रहने के दौर पर सवाल उठाते हैं जब उन्होंने चीन का रेड कारपेट बिछाकर स्वागत किया था। स्कूलों में मैंडरिन भाषा पढ़ाने की वकालत की थी। इतना ही नहीं पवन खेड़ा ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने चीनी कंपनियों से मदद ली जिनके संबंध चीनी सेना पीएलए से हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में कई चीनी कंपनियों को बैन किया, जिसमें यूसी मोबाइल भी शामिल है। यूसी मोबाइल की सेवाएं आपने बैन किया लेकिन पिछले साल के चुनाव में आपने इस कंपनी की मदद ली जिनका पीएलए से संबंध है।

पवन खेड़ा ने कहा कि हम कुछ सवालो के जबाव चाहते हैं।

– चीन के साथ वास्तव में आपका क्या संबंध है?

– आप चीन के साथ रिश्ते में विनम्र क्यों हैं?

– चीन ने हमारी स्थापना पर क्या प्रभाव डाला है?

– आपकी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में चीन की मदद क्यों ली?

– ऐसा करने के लिए, आपने भारतीय नागरिकों का महत्वपूर्ण डेटा चीन को क्यों दिया?

– आपने पीएलए से जुड़ी चीनी कंपनियों को चुनाव अभियान में शामिल करके करोड़ों भारतीयों की डेटा सुरक्षा और गोपनीयता से समझौता क्यों किया?

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital