वायरल हुआ था वीडियो, नप सकती हैं कानपुर मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल
लखनऊ ब्यूरो। कोरोना संक्रमण को लेकर तब्लीगी जमात के लोगों के बारे में ऊल-जलूल बातें बनांते हुए वीडियो में कैद हुई कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर आरती लाल चंदानी पर अब कार्रवाही की तलवार लटकी है।
कानपुर में समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी ने डा आरती लाल चंदानी को तुरंत बर्खास्त किये जाने की मांग को लेकर सोमवार को राज्यपाल के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में डा आरती के वायरल वीडियो का हवाला देते हुए कहा गया है कि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल आरती लाल चंदानी ने ड्यूटी पर रहते हुए मुसलमानो को निशाना बनाने के अपने इरादे जताये जो वीडियो में कैद हो गए।
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के नाम भेजे गए ज्ञापन में कहा गया कि प्रिंसिपल आरती लाल चंदानी ने मुसलमानो को बदनाम करने और उन्हें इलाज न दिए जाने की बात स्वीकारी है। इसलिए उसे अबिलम्ब बर्खास्त किया जाए।
वहीँ दूसरी तरफ वीडियो वायरल होने के बाद जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल आरती लाल चंदानी की हवा निकलती दिखाई दी। उसने अपने कहे से यूटर्न लेते हुए कहा कि मेरा ये वीडियो जो बनाया गया है उसमें ऐसा कुछ नहीं है। वह मेरा बयान नहीं है।
वीडियो में बड़ी बड़ी बातें करने वाली आरती लाल चंदानी ने अपनी सफाई में कहा कि उस समय हम बहुत प्रेशर में थे, हो सकता है कुछ गुस्से में कह दिया हो। मैं तो खुद 38 सालों से सभी समाज के लोगों का इलाज करती आ रही हूं। मेरी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की मंशा नहीं थी।
डा आरती ने कहा कि मेरा गुस्सा ठीक वैसा ही था जैसे मां अपने बच्चों को गुस्से में डांट देती है। फिर मैंने उनका ख्याल भी रखा और वे लोग भी ठीक होने के बाद मुझे धन्यवाद कह कर गए।