शीतकालीन सत्र से पहले सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, कांग्रेस कल करेगी विपक्षी दलों के साथ बैठक
नई दिल्ली। 7 दिसंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के लिए आज सरकार ने सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
शीतकालीन सत्र से पहले आयोजित सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि हम हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, विपक्ष की ओर से कुछ सुझाव आए हैं। स्पीकर और चेयरमैन की अनुमति के बाद चर्चा होगी। 47 पार्टियों में से 31 पार्टियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया।
सर्वदलीय बैठक पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया कि बैठक में सभी दलों ने अपनी बातें रखी हैं। स्पीकर महोदय तय करेंगे कि किस बिल पर चर्चा होगी। सरकार हर चर्चा के लिए तैयार है। हमने विपक्ष से अपील की है कि सत्र को सफल बनाएं, सार्थक चर्चा हो।
बैठक में हुई चर्चा की जानकारी देते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने सरकार को कहा है कि जैसे हिंदू, मुस्लिम के त्योहार होते हैं वैसे ईसाई लोगों का भी त्योहार होता है।यह बात ईसाई लोगों के त्योहार के समय ध्यान रखनी जरूरी है।उनकी जनसंख्या कम है लेकिन यह बात हमें सोचनी चाहिये।
उन्होंने कहा कि हम सत्र को छोटा करने या सत्र बंद कर त्योहर मनाने के लिए नहीं कह रहे बल्कि सरकार को इसके बारे में सोचने के लिए कह रहे। सरकार 24-25 विषयों पर चर्चा कराना चाहती है जिसके लिए समय नहीं, क्योंकि यह सत्र 17 दिन का है।
वहीँ शीतकालीन सत्र के लिए समान विचारधारा वाले दलों के साथ कांग्रेस कल बैठक करेगी। पटल की रणनीति तय करने के लिए राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कल (बुधवार) सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर समान विचारधारा वाले विपक्षी पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाई है।
गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होगा और 29 दिसंबर को समाप्त होगा। शीतकालीन सत्र के दौरान 17 बैठकें होंगी। सत्र की अवधि छोटी होने के कारण सत्र के हंगामेदार रहने की उम्मीद है। इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव के कारण शीतकालीन सत्र एक महीने की देरी से शुरू हो रहा है।