गहलोत ने बचा ली सरकार, पायलट के खिलाफ कार्रवाही नहीं
- गहलोत सरकार को कोई खतरा नहीं
- मीडिया के समक्ष 100 से अधिक विधायकों की कराई गई परेड
- सचिन पायलट के खिलाफ अभी कोई कार्रवाही नहीं करेगी पार्टी
जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में पिछले दो दिन से चल रही घमासान के बाद आज हुई विधायक दल की बैठक में अशोक गहलोत सरकार के समर्थन में 109 विधायकों ने हस्ताक्षर कर यह सन्देश दे दिया है कि फ़िलहाल सचिन पायलट की बगावत के बावजूद अशोक गहलोत सरकार को कोई खतरा नहीं है।
वहीँ दूसरी तरफ कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट से बातचीत जारी है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी इसी तरह के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 48 घंटो में उनकी सचिन पायलट से कई बार बात हुई है। अगर कोई मतभेद है तो पार्टी हाईकमान के दरवाजे उनके लिए हमेशा खुले हुए हैं।
सरकार को कोई खतरा नहीं:
सोमवार को विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सौ से अधिक विधायकों की मीडिया के समक्ष परेड कराकर यह साबित कर दिया है कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है। आज विधायक दल की बैठक में जुटे विधायकों की तादाद से सचिन पायलट के साथ 25 से अधिक विधायक होने का दावा भी गलत साबित हो जाता है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के 107 में से 102 विधायक सरकार के साथ हैं। ऐसे में अशोक गहलोत सरकार को किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। इसलिए अब संभावना इस बात की है कि पायलट कभी भी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंच सकते हैं।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी अभी सचिन पायलट के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाही करने का नहीं सोच रही है। पायलट ने अभी तक सार्वजनिक तौर पर पार्टी या पार्टी नेतृत्व के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है। उन्होंने विधायक दल की बैठक में शामिल न होने को लेकर भी सूचना दी है और बताया है कि वे निजी कारण से बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं।