बदायूं: इस्लामनगर पीएचसी पर 4 नवजात की मौत से हड़कंप, डीएम ने दिए जांच के आदेश

बदायूं: इस्लामनगर पीएचसी पर 4 नवजात की मौत से हड़कंप, डीएम ने दिए जांच के आदेश

बदायूं(विजय श्रीवास्तव): बदायूं में सरकार स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन उसके बाद भी व्यवस्थाएं हैं कि सुधरने का नाम ही नहीं ले रही।

बदायूं के इस्लामनगर पीएचसी पर 4 नवजात बच्चों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

इस्लामनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां 4 नवजात बच्चों की मौत पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर चार बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों पर परिजनों द्वारा तमाम आरोप भी लगाए गए हैं। जिलाधिकारी ने पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं।

ग्राम गिरधरपुर निवासी जितेंद्र पाल अपनी पत्नी अनीता को प्रसव पीड़ा होने पर एंबुलेंस से इस्लामनगर पीएचसी लेकर आए थे। प्रसूता ने पुत्र को जन्म दिया, लेकिन जन्म लेते ही नवजात की मौत हो गई।

परिजनों का आरोप है कि नवजात की मौत के बावजूद प्रसव करा रही नर्स ने उनसे 400 रुपये ले लिए। इसी प्रकार से तीन अन्य नवजातों की प्रसव के बाद मौत हो गई। सभी ने अस्पताल में तैनात नर्स और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पीड़ित परिजनों ने बताया कि बतौर सुविधा शुल्क नर्स ने 1,200 से 1,500 रुपये वसूले और बाहर से दवाइयां भी मंगाईं।

बताया जा रहा है कि रिटायर हो चुकी एएनएम विभागीय सांठगांठ के चलते प्रसव करा रही है। पूरे मामले पर डीएम कुमार प्रशांत का कहना है कि बच्चों की सामान्य डिलीवरी हुई है। इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए सीएमओ स्तर पर एक टीम बनाई गई है। मामले की एसडीएम बिल्सी के द्वारा मजिस्ट्रेट जांच कराई जा रही है, अगर किसी प्रकार की लापरवाही हुई होगी तो कार्रवाई की जाएगी।

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TeamDigital