followup: सनातन हिंदूवादी संगठन से जुड़े दो और लोगों की गिरफ्तारी से खुले कई और राज

followup: सनातन हिंदूवादी संगठन से जुड़े दो और लोगों की गिरफ्तारी से खुले कई और राज

मुंबई। महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते द्वारा पालघर जिले में नालासोपारा इलाके से वैभव राउत की गिरफ्तारी के बाद उसके घर से बरामद देशी बमो और विस्फोटकों के बाद हिंदूवादी संगठन से जुड़े दो और लोगों को गिफ्तार किया गया है। इनके नाम शरद कालास्कर और सुधन्वा गोंधालेकर बताये गए हैं। इसके अलावा एटीएस ने अन्य 16 लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की है।

महाराष्ट्र एटीएस के अनुसार सुधन्वा गोंधालेकर को इस गुट का सरगना है। पुणे में आज गोंधालेकर द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना के आधार पर छापेमारी की गयी।

इस छापेमारी में मैगजीन के साथ 11 देसी तमंचे, एक एयरगन, पिस्तौल की दस नली, छह पिस्तौल मैगजीन, आंशिक रूप से बनी छह पिस्तौल, आंशिक रूप से बनी तीन मैगजीन और हथियार के कई भाग जब्त किये गये।

इतना ही नहीं छापेमारी में बम बनाने की सामग्री, वाहनों की छह नंबर प्लेट, सीडी, पेन ड्राइव, हार्डडिस्क और हैंडबुक और बम बनाने से जुड़े अन्य साहित्य भी बरामद किये गये। जांचकर्ताओं को संदेह है कि जब्त सामग्री का इस्तेमाल आईईडी बनाने के लिए किया जाना था।

एटीएस ने राउत तथा दो अन्य के खिलाफ गैरकानूनी क्रियाकलाप रोकथाम कानून तथा विस्फोटक सामग्री के तहत दर्ज प्राथमिकी में शस्त्र अधिनियम की धाराएं भी जोड़ी गयी है।

इससे पहले कल एटीएस प्रमुख अतुल चंद्र कुलकर्णी ने कहा था कि वे इस बात की जांच करेंगे कि क्या गिरफ्तार लोगों के अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ताओं नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे और पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या से भी कोई संबंध थे।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एटीएस ने नालासोपारा, पुणे, सतारा, सोलापुर और राज्य में अन्य जगहों पर कम से कम 16 अन्य लोगों से तीन लोगों के साथ संदिग्ध संबंधों के सिलसिले में पूछताछ की है।

एटीएस के मुताबिक पुलिस उनके मोबाइल फोन की भी जांच करके इस बात का पता लगाने की भी कोशिश कर रही है कि क्या गिरफ्तार लोग समान सोच वाले सोशल मीडिया समूहों का हिस्सा थे। उनके मोबाइल फोन विश्लेषण के लिये फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं में भेजे जायेंगे।

राउत के कथित सोशल मीडिया एकाउन्ट में इस बात का उल्लेख था कि वह दक्षिणपंथी समूह सनातन संस्था से जुड़ा हुआ है। हालांकि, समूह ने कल इस बात से इंकार किया कि वह उसका सदस्य था। मुंबई की एक अदालत ने गिरफ्तार तीन लोगों को 18 अगस्त तक एटीएस की हिरासत में कल भेज दिया था।

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TeamDigital