लखीमपुर खीरी कांड में एफआईआर दर्ज, गृह राज्य मंत्री और बेटे सहित 14 लोगों के नाम
लखनऊ ब्यूरो। लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई घटना को लेकर जहां विपक्ष उत्तर प्रदेश सरकार को घेर रहा है वहीँ इस मामले में प्रशासन ने 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह एफआईआर बहराइच नानपारा के जगजीत सिंह की तहरीर पर दर्ज की गई हे।
एफआईआर में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ़ मोनू समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और बलवा सहित कई धाराऐं लगाई गई है। वहीँ किसान नेता राकेश टिकैत ने मुताबिक, एफआईआर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का भी नाम है और उनके खिलाफ धारा आपराधिक षड्यंत्र करने की धारा 120बी लगाई गई है।
लखीमपुर खीरी में कुल 8 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 4 की मौत गाड़ी चढ़ाने से जबकि बाकी लोगों की मौत आपसी हिंसा में हुई है। उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एन्ड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि कोई भी दोषी व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा, बहुत जल्द गिरफ़्तारी की जाएगी। तहरीर पर समुचित धाराओं में एफआईआर दर्ज़ की गई है।
हालांकि अभी भी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा अपने बेटे को निर्दोष बता रहे हैं। अजय मिश्रा ने सोमवार को कहा कि हमारी मुख्यमंत्री से मांग है कि हमारे जो कार्यकर्ता मारे गए हैं उन्हें 50-50 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया जाए और इस घटनाक्रम की जांच हो। हमारे कार्यकर्ता मरे हैं, हमने तहरीर दे दी है। हम हर जगह पूछताछ के लिए तैयार हैं, हमें कानून पर विश्वास है।
उन्होंने कहा कि वीडियो में स्पष्ट है कि कुछ लोग मार रहे हैं और ये भी कह रहे हैं कि तुम मंत्री जी का नाम लो। मेरी गाड़ी कार्यकर्ताओं को लेकर जा रही थी, शायद उन्होंने उसे देखकर ये समझा हो कि मेरा बेटा उसमें है। उसकी हत्या करने के लिए भी ये हमला हो सकता है।
वहीँ लखीमपुर खीरी की घटना पर यूपी कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और मामले की गहराई से जांच हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि दोषी को कड़ी सज़ा दी जाएगी। चुनाव नज़दीक है तो विपक्ष लखीमपुर खीरी का राजनीतिक पर्यटन करना चाहता है।